नोयडा फर्जी मुठभेड़ पर, मानवाधिकार आयोग ने की सख्त टिप्पणी, तलब की रिपोर्ट
February 5, 2018
लखनऊ, नोयडा फर्जी मुठभेड़ पर, उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने सख्त टिप्पणी करते हुये आवश्यक कार्यवाही एवं जांच रिपोर्ट 15 दिन के अन्दर प्रस्तुत करने के आदेश दिये है।
उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन न्यायमूर्ति एस0 रफत आलम ने आज 05 फरवरी 2018 को टाइम्स आफ इण्डिया व अमर उजाला सहित विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों का, जिसमें नोयडा में 04 फरवरी, 2018 को जिम ट्रेनर के साथ हुई मुठभेड़ की घटना का संज्ञान लेते हुए जिला अधिकारी गौतमबुद्धनगर से आवश्यक कार्यवाही एवं जांच रिपोर्ट 15 दिन के अन्दर प्रस्तुत करने के आदेश दिये है।
मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष ने आज पारित अपने आदेश में कहा है कि मुठभेड़ की घटना काफी विचलित करने वाली है और प्राथमिक रूप से ऐसा प्रतीत होता है कि मानवाधिकार का हनन हुआ है। यह प्रकरण 05 दिन बाद उनके समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा।
पुलिस की गोली से घायल हुए युवक जितेंद्र यादव के भाई सुशील यादव ने बताया कि जितेन्द्र दोस्तों के साथ स्कार्पियो से बहरामपुर से बहन की सगाई कर लौट रहा था। सेक्टर 122 स्थित सीएनजी पर चौकी इंचार्ज विजय दर्शन ने रास्ते में उन्हें रोका और उसका नाम पूछा। उसके बाद मुठभेड़ दिखाने के लिए जितेंद्र यादव को गोली मार दी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ में गोली मारी गई है। यह हमारी जाति के कारण किया गया ।
जितेंद्र यादव सेक्टर 122 में स्थिति पार्थला गांव में जिम चलाता है। उसका कोई क्रिमिनल रेकॉर्ड नहीं है। परिवार वालों का कहना है गोली उसके गले में लगी है और रीढ़ की हड्डी में अटक गई है। घटना के वक्त जिम वाले दोस्त थे पुलिस ने उन्हें गायब कर दिया है। घायल युवक को फोर्टिस अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद परिजनों में पुलिस को लेकर काफी गुस्सा है। वहीं, अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।