पचौरी की पदोन्नति को यौन पीड़िता ने कहा शर्मनाक,प्रधानमंत्री से निराशा

rk pachauri1आर के पचौरी को टेरी का कार्यकारी उपाध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर यौन पीड़िता  ने टेरी की कड़ी आलोचना करते हुए पचौरी को हरित निकाय का कार्यकारी उपाध्यक्ष नियुक्त करने के फैसले को शर्मनाक बताया है। पीड़िता  ने कहा कि मैं दर-दर भटक रही हूं। मैं नहीं जानती थी कि क्या करूं। इसलिए मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा लेकिन मुझे उनके कार्यालय से अब तक उस बारे में कुछ भी सुनने को नहीं मिला।

यौन पीड़िता  ने कहा कि इस फैसले ने उसके रोंगटे खड़े कर दिये हैं और वह इस मामले को तार्किक अंजाम तक ले जायेगी। मंगलवार को जारी एक खुले पत्र में टेरी (द एनर्जी एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट) की पूर्व कर्मचारी ने कहा कि टेरी की संचालन परिषद का फैसला घृणित है।संस्थान ने पचौरी के खिलाफ गंभीर आपराधिक आरोप होने के बावजूद उन्हें संस्थान को चलाने के लिए कार्यकारी शक्तियों के साथ उनकी नियुक्ति की है।महिला ने कहा कि उसने पचौरी को टेरी के महानिदेशक पद से बर्खास्त करने की मांग को लेकर पिछले साल तीन अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था।

महिला ने आरोप लगाया कि अदालत के बाहर मामले में समझौता करने पर उसे मजबूर करने के लिए कई प्रयास किए गए लेकिन उसने पत्र में कहा कि वह मामले को तार्किक अंजाम तक ले जाएगी। शिकायतकर्ता ने कहा कि उसने सुना था कि पचौरी टेरी में पांव जमाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन उसे विश्वास नहीं हुआ था।

 

पचौरी को सोमवार को टेरी का कार्यकारी उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। पचौरी के लिए इस पद का सृजन किया गया था। हालांकि, यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर पचौरी के खिलाफ न्यायिक कार्रवाई चल रही है। पचौरी फिलहाल जमानत पर हैं।

टेरी ने कहा कि पचौरी ने पिछले साल जुलाई में अदालत की अनुमति से महानिदेशक का पद संभाला था और नियमों का पूरी तरह पालन करने के बाद उन्हें टेरी का कार्यकारी उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। पचौरी कार्यकारी उपाध्यक्ष के तौर पर नियुक्ति से पहले महानिदेशक के पद पर कार्य कर रहे थे।

 

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