पटना, बिहार की राजधानी पटना में शनिवार शाम गंगा नदी के एनआईटी घाट के पास हुई नाव दुर्घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। अभी भी लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
प्रशासन का दावा है कि अब और लोगों के लापता होने की सूचना नहीं है। मामले की प्राथमिकी सारण जिले के सोनपुर थाना में दर्ज कर ली गई है। पटना के जिलाधिकारी संजय कुमाार अग्रवाल ने रविवार को बताया कि शनिवार को हुई नाव हादसे में सोमवार को तीन और शव नदी से बरामद किए गए हैं, जिससे इस हादसे में मरने वालों की संख्या 24 तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया, अब और किसी के लापता होने की बात सामने नहीं आई है, फिर भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
लोगों को किसी प्रकार की सूचना देने के लिए एक नियंत्रण कक्ष की भी स्थापना की गई है। इस हादसे के लेकर एक प्राथमिकी सारण जिले के सोनपुर थाना में दर्ज कर ली गई है। सोनपुर के थाना प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि दर्ज प्राथमिकी में दुर्घटनाग्रस्त नाव के नविक और अन्य अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, रविवार सुबह भी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लापता लोगों की तलाश कर रही है। डूबी नाव को सुबह नदी से बाहर निकाल लिया गया है। शनिवार देर रात तक 21 शवों को नदी से बाहर निकाला गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी भी कुछ लोग लापता हैं। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा के सबलपुर दियारा क्षेत्र में पतंग उत्सव का आयोजन किया गया था। इस दौरान दियारा से लोगों को लेकर लौट रही एक नाव गंगा नदी में पलट गई। कहा जा रहा है कि इस नाव पर क्षमता से अधिक लोग बैठे थे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर दुख प्रकट करते हुए जांच के आदेश दिए हैंऔर मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये बतौर मुआवजा देने की घोषणा की है।