जौनपुर, उत्तरप्रदेश के जौनपुर जिले में शनिवार गणेश चतुर्थी से गणेश महोत्सव का शुभारंभ विधि विधान से हो गया हैं । शहर के प्रमुख बाजारों में पूजन समितियों द्वारा आकर्षक पण्डाल और लाइटिंग कर गणेश की प्रतिमायें स्थापित की गयी है।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिले में गणपति बप्पा के भक्तों को हर साल गणेश चतुर्थी के दिन बप्पा के आगमन का बेसब्री से इंतजार रहता है। गणेश महोत्सव का जश्न कई दिनों तक मनाया जाता है, जिसका आरंभ गणेश चतुर्थी से होता है। घर और पूजा पंडाल में गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की जाती है और उनकी विधिवत पूजा की जाती है और गणेशजी को उनके प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से पर बप्पा प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।वहीं, गणेश चतुर्थी का समापन अनंत चतुर्दशी के दिन होता है।
गणेश महोत्सव के दौरान गणपति के पूजन में उन्हें उनके कुछ प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है। गणेश जी को मोदक अतिप्रिय है। इसलिए गणेश महोत्सव के दौरान उन्हें मोदक का भोग जरूर लगाया जाता है। गणेश जी लड्डू भी बहुत पसंद है। पूजा के दौरान उन्हें लड्डू का भी भोग लगा सकते हैं। गणेशजी को नारियल अर्पित करना शुभ होता है।
मान्यता है कि इससे जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर महाराष्ट्र में गणेश जी को पूरल पोली का भोग लगाया जाता है। गणेश पूजन के दौरान गणपति को पंचमेवा का भोग लगा सकते हैं। मान्यता है कि इससे जीवन की हर दुख-बाधा समाप्त होती है। गुड़ एक पारंपरिक भोग है, जो विघ्नहर्ता श्रीगणेशजी को बेहद प्रिय है।
गणेश महोत्सव के दौरान बप्पा को गुड़ का भोग लगा सकते हैं। गणेश पूजन में गणपति को मखाना खीर भी अर्पित करना शुभ फलदायी माना गया है। गणेश चतुर्थी के दौरान गणेश जी को श्रीखंड का भोग लगा सकते हैं। मान्यता है कि इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं।