नई दिल्ली, जम्मू-कश्मीर के उड़ी में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हुए पाकिस्तान को सबक सिखाने का फैसला कर लिया है। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री से बातचीत में पाकिस्तान को मिलने वाले मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) का दर्जा समाप्त करने का इशारा किया है।
उड़ी में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में लगातार पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग हो रही है। ऐसे में भारत सरकार की और से जो भी कदम उठाए जाएंगे उसमें पाकिस्तान की मुश्किल बढ़ सकती है। दोनों ही फैसलों से पाकिस्तान की आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर बुरा असर पड़ेगा। यदि भारत पड़ोसी देश पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेता है तो पाकिस्तान को कई मसलों पर भारत का समर्थन नहीं मिल सकेगा और पाकिस्तान को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इससे पहले भी सरकार पाकिस्तान को अलग-थलग करने का ऐलान कर चुकी है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री मेघवाल ने कहा कि भारत व्यापार संबंधों से अधिक तवज्जो देश की सुरक्षा को देता है। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया गया, उस वक्त स्थिति अलग थी। लेकिन, अब हालात बदल चुके हैं। वल्र्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन और इंटरनेशनल ट्रेड नियमों को लेकर एमएफएन स्टेट्स दिया जाता है। एमएफएन स्टेट्स दिए जाने पर दूसरा देश इस बात को लेकर आश्वस्त रहता है कि उसे व्यापार में नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। भारत ने पाकिस्तान को 1996 में एमएफएन का दर्जा दिया था। इसकी वजह से पाकिस्तान को अधिक आयात कोटा और कम ट्रेड टैरिफ मिलता है। हालांकि, बदले में पाकिस्तान ने आश्वासन देने के बावजूद भारत को अब तक एमएफएन दर्जा नहीं दिया है।