नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उनके मंत्रिपरिषद के सदस्यों सहित 18वीं लोकसभा के कुल 262 सदस्यों ने संसद की सदस्यता की शपथ ग्रहण की।
अस्थायी अध्यक्ष भर्तृहरि मेहताब ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सबसे पहले शपथ ग्रहण करायी। इसके बाद पीठासीन अधिकारियों के पैनल के सदस्य के रूप में भारतीय जनता पार्टी के राधामोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते ने शपथ ग्रहण की।
पूर्वाह्न 11 बजे सदन के समवेत होने के पहले सदन के नेता प्रधानमंत्री श्री मोदी, उपनेता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, कृषि, किसान कल्याण, ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान, शहरी विकास, आवासन एवं ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर आदि नेता सदन में मौजूद थे।
ठीक 11 बजे सदन के समवेत होने पर श्री मेहताब ने आसन ग्रहण किया और उसके तुरंत बाद राष्ट्रगान की धुन बजायी गयी। 18वीं लोकसभा के सभी सदस्यों को उनके निर्वाचन पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इसके बाद लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह ने निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदत्त नवनिर्वाचित सांसदों की सूची हिन्दी एवं अंग्रेज़ी में सदन के पटल पर रखी। अध्यक्ष ने सदन को सूचित किया कि श्री राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट से त्यागपत्र दे दिया है और उसे स्वीकार कर लिया गया है।
इसके बाद श्री मेहताब ने शपथ विधि के लिए नियम बताये। जैसे ही लोकसभा महासचिव ने प्रधानमंत्री मोदी का नाम शपथ के लिए पुकारा, सत्ता पक्ष में हर्ष की लहर दौड़ गयी। श्री मोदी ने अध्यक्षीय आसन के दाहिनी ओर बने मंच पर आ कर शपथ ग्रहण की और फिर सदस्यता के रजिस्टर पर हस्ताक्षर किये। इसके बाद कांग्रेस के श्री कोडिकोनिल सुरेश और द्रविड़ मुनेत्र कषगम के श्री टी आर बालू का नाम पुकारा गया लेकिन ये दोनों उस समय सदन में उपस्थित नहीं थे। भाजपा के राधामोहन सिंह ने दूसरे नंबर पर और तीसरे नंबर पर श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने शपथ ग्रहण की। तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय भी पीठासीन अधिकारियों के पैनल में शामिल हैं लेकिन वह भी शपथ के लिए पुकारे जाने पर सदन में उपस्थित नहीं थे।
इसके उपरांत उपनेता राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर आदि मंत्रियों ने शपथ ली। नियमानुसार सबसे पहले नेता सदन के तौर पर प्रधानमंत्री, तत्पश्चात पीठासीन अधिकारियों के पैनल के सदस्यों, फिर केन्द्रीय कैबिनेट मंत्रियों, फिर स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों और फिर राज्य मंत्रियों ने शपथ ली। इसके बाद राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों के क्रम में वर्णानुक्रम से सांसदों को शपथ के लिए बुलाया गया।
प्रधानमंत्री शपथ के बाद उठकर चले गये। सदस्यों में सबसे पहले अंडमान निकोबार द्वीप समूह से निर्वाचित श्री बिष्णु पद रे ने शपथ ली। इसके बाद आंध्रप्रदेश के अराकु से निर्वाचित सुश्री गुम्मा तनुजा ने शपथ ली।
शपथ ग्रहण का सिलसिला शाम छह बजे तक चला और आज मध्यप्रदेश तक के 262 सांसदों ने लोकसभा की सदस्यता की शपथ ग्रहण की। इसके बाद सदन की कार्यवाही अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दी गयी। बाकी 281 सांसद कल शपथ लेंगे जिनमें कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय, कल्याण बनर्जी एवं प्रो. सौगत राय और द्रविड़ मुनेत्र कषगम के नेता टी आर बालू, ए राजा, कनिमोझी आदि प्रमुख विपक्षी चेहरे होंगे।