नोएडा : भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी और सांसद सैयद शहाबुद्दीन का लंबी बीमारी के बाद नोएडा के एक अस्पताल में शनिवार सुबह निधन हो गया। वह लोकसभा और राज्य सभा दोनों दी सदनों के सदस्य रह चुके थे। सैयद शहाबुद्दीन की वेटी परवीन अमानुल्लाह आम आदमी पार्टी की बिहार की नेता हैं। वह बिहार की नीतीश सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं।
ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिसे मुशावरत के पूर्व अध्यक्ष शहाबुद्दीन का आज (शनिवार) सुबह 6.22 बजे निधन हो गया. सैयद शहाबुद्दीन को सांस लेने में तकलीफ होती थी जिसके चलते उन्हें इलाज के लिएनोएडा के जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शहाबुद्दीन का जन्म 1935 में बिहार (अब झारखंड) में हुआ था। उन्होंने राजनयिक, राजदूत और राजनेता के तौर पर कई अहम पदभार संभाले थे। 1958 में वह भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के लिए चुने गए थे। विदेश मंत्रालय में रहने के दौरान वह दक्षिण-पूर्व एशिया, हिंद महासागर और प्रशांत के संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं। उन्होंने 1978 में भारतीय विदेश सेवा से इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखा। बता दें कि शहाबुद्दीन का नाम पहली बार सुर्खियों में शाह बानो केस और बाबरी मस्जिद विध्वंश के आया था। बाबरी विध्वंश के बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा शहाबुद्दीन भारत के संघीय ढ़ांचे के पैरोकार के तौर पर भी जाने जाते थे। साथ ही 2004 से 2007 के बीच में वह ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुसावरात के अध्यक्ष भी रहे थे।