लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) से दो बार विधायक रहे कालीचरण राजभर और सुभासपा के प्रमुख महासचिव ज्ञान भारद्वाज राजभर सहित राजभर समाज से जुड़े विभिन्न संगठनों के नेताओं ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली।
भाजपा की ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी और प्रदेश सरकार के मंत्री बृजेश पाठक ने कालीचरण और ज्ञान राजभर के अलावा भारतीय संघर्ष पार्टी के अध्यक्ष मदन राजभर, महाराजा सुहेलदेव के वंशज व तीन बार से निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य रहे मोल्हू राजभर और महाराजा सुहेलदेव पार्टी के जिलाध्यक्ष बब्बन राजभर एवं उनके समर्थकों को पार्टी में शामिल कराया।
दो बार विधायक रहे कालीचरण राजभर ने पिछली चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ा था। इस मौके पर डा. बाजपेयी ने भाजपा परिवार में आये सभी नेताओं का अभिनन्दन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पुनः उत्तर प्रदेश में भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ वापसी करेगी। उन्होंने कहा कि 2014, 2017 व 2019 के आमचुनाव में विपक्ष अपने सभी हथकंडे अपना चुका है और हर तरह के गठबंधनों का बेमेल प्रयोग कर चुका है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का जनमानस सबका साथ-सबका विकास एवं सबका विश्वास की प्रतिबद्धता के साथ है। उन्होंने कहा कि सपा, बसपा एवं कांग्रेस के परिवारवाद, भ्रष्टाचार, जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति को जनता बार बार नकार चुकी है। भाजपा में साधारण कार्यकर्ता भी किसी भी शीर्ष पद पर पहुंच सकता है।
पाठक ने कहा कि भाजपा जन-जन की समृद्धि से राष्ट्र की समृद्धि का संकल्प लेकर गांव, गरीब, किसान की खुशहाली के लिए संकल्पित है। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि राष्ट्रवीर महाराज सुहेलदेव ने जिन विदेशी आक्रान्ताओं के विरूद्ध जीवन पर्यन्त युद्ध कर उन्हें पराजित किया। उन महाराज सुहेलदेव के नाम पर राजनीति करने वाले लोग अब विदेशी आक्रान्ताओं की मजारों पर चादर चढ़ाने जा रहे है। गौरवशाली उत्तर प्रदेश ऐसे लोगों को सबक सिखाएगा