लखनऊ, पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर उ0प्र0 के शिक्षक और सरकारी कर्मचारी एक अप्रैल को काला दिवस मनायेंगे। यह जानकारी आज “आल टीचर्स एम्प्लॉइज वेलफेयर एसोसिएशन” ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माधयम से दी। एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु जी ने बताया कि 1 जनवरी 2004 से केन्द्र सरकार और 1 अप्रैल 2016 से राज्य सरकार की नौकरियों में पुरानी पेंशन समाप्त कर दी गई है।नई अंशदायी पेंशन योजना पूरी तरह शेयर पर आधारित होने से सुरक्षा की कोई गारंटी नही है।जो कल्याणकारी राज्य की अवधारणा के बिलकुल खिलाफ है। सरकार ने कर्मचारियों को कम्पनियों के भरोसे छोड़ दिया है। उन्होने बताया कि 1 अप्रैल 2016 को पुरानी पेंशन की समाप्ति के 11 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसी दिन उ0प्र0 के शिक्षक और सरकारी कर्मचारी एक अप्रैल को काला दिवस मनायेंगे। उन्होने बताया कि अगर इस पर भी सरकार हमारी बात नही मानी तो 1मई को 9 लाख शिक्षक और सरकारी कर्मचारी विधान सभा का घेराव करेंगे ।
सरकारी नौकरी का सबसे बड़ा आकर्षण पेंशन होती है।क्योंकि सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन बुढ़ापे की लाठी होती है। लेकिन सरकारी नौकरी का यह आकर्षण समाप्त हो चुका है।