इंफाल,मणिपुर की ‘लौह महिला’ इरोम चानू शर्मिला ने अपना 16 साल से जारी उपवास तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि वह किसी आश्रम में रहेंगी और उन्हें किसी सुरक्षा की जरूरत नहीं है। ‘‘मैं मणिपुर की देवी नहीं कहलाना चाहती। मैं एक मनुष्य हूं।’’
इरोम चानू शर्मिला ने उपवास तोड़ने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिये अपने संदेश मे कहा है कि, ‘‘श्रीमान प्रधानमंत्री, आपको इस उम्र में अहिंसा की जरूरत है। इस निर्मम कानून :अफ्सपा: के बगैर आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी को गांधीजी के अहिंसा का मार्ग पर चलने की जरूरत है।’’
इससे पहले दिन में इंफाल पश्चिम जिला के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) लामखानपाउ तोनसिंग ने अपने आदेश में कहा कि धारा 309 (आत्महत्या की कोशिश) के तहत अपराध जमानती अपराध है इसलिए वह 10,000 रूपये के एक निजी मुचलके पर उन्हें रिहा करने को इच्छुक हैं।मुचलका भरे जाने पर अदालत ने उसे स्वीकार कर लिया और एक रिहाई आदेश जारी किया। उनसे 23 अगस्त को फिर से अदालत में पेश होने को कहा गया है।