नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में जलवायु परिवर्तन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि लोगों को इसे लेकर संवेदनशील हो जाना चाहिए। मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का विषय केवल शैक्षणिक क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है, बल्कि रोजमर्रा के जीवन में लोगों को इसके दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ रहा है।
मोदी ने कहा, कुदरत अब अपने नियम बदल रही है। हम मई और जून में जो गर्मी महसूस करते थे, वह अब मार्च और अप्रैल में करने लगे हैं..कई लोग जो मुझे अपने सुझाव भेजते हैं, वे कहते हैं कि इतनी गर्मी में हम क्या करें। प्रधानमंत्री ने संवेदनशीलता की बात करते हुए कहा कि बढ़ती गर्मी के बीच हमें लोगों और पक्षियों के लिए समान रूप से संवेदनशील रहना चाहिए।
मोदी ने कहा, तपती गर्मी में आपके घर में पत्र देने के लिए आने वाले डाकिए से एक गिलास पानी के लिए पूछिए..आंगन में पक्षियों के लिए पानी रखिए। प्रधानमंत्री ने गुजरात के एक समुदाय द्वारा गौरैया संरक्षण की दिशा में किए गए कार्य का भी जिक्र किया।