लखनऊ, केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद में की गई रेनकोट सम्बन्धी टिप्पणी पर उनका बचाव करते हुए आज कहा कि मोदी ने किसी की अवमानना नहीं की। सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रेनकोट सम्बन्धी टिप्पणी करके प्रधानमंत्री ने किसी की अवमानना नहीं की है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का हम सभी सम्मान करते हैं। मोदी ने मनमोहन सिंह के शासनकाल में लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की तरफ इशारा किया था। उन्होंने कहा कि मोदी ने यह कहकर मनमोहन का सम्मान किया कि सरकार पर भ्रष्टाचार के इतने आरोप लगने के बावजूद उसके प्रधानमंत्री मनमोहन के दामन पर एक भी दाग नहीं लगा।
गृह मंत्री ने रेनकोट बयान से मचे बवाल को अनावश्यक करार देते हुए कहा कि मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को संगठित अपराध बताया था। यानी सरकार ने जो किया वह संगठित अपराध था। इसके मुखिया प्रधानमंत्री खुद हैं। अब अगर इसका भावार्थ निकालें तो अपराध तो अपराधी ही करता है। सोचिये यह बात कहां तक जा रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को छोटी-छोटी बातों का भावार्थ नहीं निकालना चाहिये। दाउद इब्राहिम के मामले पर केन्द्र सरकार द्वारा पैरवी में लापरवाही बरते जाने के शिवसेना के कथित आरोप के बारे में पूछे गये सवाल पर सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने दाउद को लाने के लिये पाकिस्तान को सारे दस्तावेज भेजे हैं। उसे लाने के प्रयत्न जारी हैं। तीन तलाक के मुद्दे को भाजपा के घोषणापत्र में शामिल किये जाने के औचित्य के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने माना कि तीन तलाक का मुद्दा अदालत में विचाराधीन है।