लखनऊ, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मयावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि लखनऊ आने का उनका कार्यक्रम राजनीति से प्रेरित था। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए जटायु व श्रीराम का जिक्र करना अच्छी बात है, परंतु आतंकी शिविरों पर सर्जिकल कार्रवाई करने वाले सेना के जवानों के बारे में भी दो शब्द बोलना चाहिए था। बसपा अध्यक्ष ने बुधवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि नरेंद्र मोदी ऐशबाग रामलीला में शामिल होकर जो राजनीतिक व चुनावी संदेश देना चाहते थे, वह इससे भी स्पष्ट था कि रामलीला मैदान के आस-पास जो बड़े-बड़े पोस्टर, बैनर व होर्डिग आदि लगाए गए थे वे सर्जिकल कार्रवाई की सफलता के लिए सेना के बजाए उन्हें ही ज्यादातर श्रेय दे रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गौतम बुद्ध के बयान को लेकर मायावती ने कहा कि बुद्ध का संदेश संपूर्ण मानवता के लिए है और उसी के हिसाब से कर्म करने की सबसे ज्यादा जरूरत है। कर्म को ही धर्म बनाएं, उपदेशों से देश व समाज की तकदीर संवरने वाली नहीं है। मायावती ने कहा कि सामाजिक बुराइयों को गिनाकर उन्हें समाप्त करने का केवल आह्वान करने से भी काम नहीं चलेगा, क्योंकि यह काम लाखों संत, गुरु, महात्मा व महापुरुष निस्वार्थ भाव से इसे अपना कर्म समझकर काफी पहले से करते चले आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक बुराइयों से लड़ने के इस मानवतावादी व संवैधानिक कर्तव्यों को निभाने के लिए सूखे उपदेश नहीं, बल्कि सरकारों के पास दृढ़ इच्छाशक्ति की जरूरत है, जो कि खासकर भाजपा की सरकारों के पास नहीं है।