प्रयागराज, पहाड़ों के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाे रही भारी बारिश के कारण बांधों और बैराजों से गंगा में पानी छोड़े जा रहे पानी से तीर्थराज प्रयाग में गंगा और यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
सिंचाई विभाग बाढ़ खंड से प्राप्त आंकडो के अनुसार पिछले 24 घंटे में फाफामऊ में गंगा का जलस्तर सत सेंटीमीटर बढ़कर 78.15 मीटर पर पहुंच गया है जबकि छतनाग में गंगा 15 सेंटीमीटर के वृद्धी के साथ 75 मीटर पर बह रही है। नैनी में यमुना का जलस्तर भी 15 सेंटीमीटर बढ़कर 75.60 सेंटीमीटर दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान स्थिति में दोनों नदियों का जलस्तर प्रति चार घंटे में तीन सेंटीमीटर की रफ़्तार से बढ़ रहा है।
टिहरी और नरौरा बांध से करीब डेढ़ लाख क्यूसेक और हरिद्वार और कानपुर बैराजों से से तीन लाख क्यूसेक पानी पिछले दिनों छोड़ा गया है। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के अनुसार बांधो और बैजों से छोड़े गए पानी का असर अब दिखाई देने लगा है। लेकिन अभी बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। प्रयागराज में गंगा का खतरे का निशान 84.734 मीटर है।
संगम में जलस्तर बढ़ने से तीर्थपुरोहित अपने तखत और सामान तथा नाविक अपने नाव सुरक्षित स्थानों पर ले जाने लगे हैं। यमुना नदी में केन, बेतवा और चंबल नदियों का भी पानी आ रहा है।