फजीहत के बाद भी, भाजपा का कम नही हो रहा, बाबा राम रहीम प्रेम ?
September 2, 2017
नई दिल्ली, दो महिलाओं से बलात्कार के मामले में 10-10 साल की सज़ा पाने वाले डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में कैदी नंबर 8647 बन गए हैं। कुल मिलाकर अब बाबा को 20 साल जेल मे गुजारनें हैं। लेकिन बाबा राम रहीम से भाजपा प्रेम की खबरों के कारण उनको रोहतक जेल मे रखे जाने पर सवाल खड़े हो रहें हैं।
लोगों की आशंका गलत भी नही है। क्योंकि डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम के दोषी करार होने के बाद पुलिस विशेष चापर से रोहतक स्थित सुनारिया जेल पहुंची। जेल के नजदीक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में पहले से ही हेलीपैड तैयार किया गया और बाबा को ट्रेनिंग सेंटर के गेस्ट हाऊस में रखा गया। राम रहीम को अन्य कैदियों से अलग रखकर खास बंदोबस्त किए गए।
जेल मे, उनके पीने के लिए मिनरल वॉटर का इंतजाम किया गया। उन्हें जेल का खाना भी पसंद नहीं आया, जिसके बाद उनके लिए बाहर से खाना मंगवाया गया। बाबा की बेटी नाश्ता लेकर जेल पहुंची। सुनरिया जेल में राम रहीम को एक अटेंडेंट भी दिया गया। रात को एसी का प्रबंध किए जाने की खबरें भी सामने आई है।
सजा मिलने से पहले से ही बाबा राम रहीम से भाजपा प्रेम की खबरें मीडिया की सुर्खियां बन गईं। जिसके कारण करीब 35 लोगों की जानें गईं और लगभग 200 करोड़ के नुकसान का अनुमान है। मजबूरन हाईकोर्ट को कठोर टिप्पणी करनी पड़ी तब कहीं जाकर हरियाणा की खट्टर सरकार कंट्रोल मे आयी।
लेकिन अभी भी भाजपा का बाबा प्रेम कम होता नहीं दिख रहा है। कौन नहीं जानता कि डेरा प्रमुख ने 2014 विधान सभा में अपने अनुयायीयों को भाजपा के पक्ष में वोट डालने को कहा था? या भाजपा के मंत्री बाबा के दरबार में हाजरी भरते थे? इसलिये यह जरूरी नही कि बाबा हरियाणा की जेलों मे एक साधारण कैदी की तरह रखा जाएगा? विशेषकर तब जब खट्टर सरकार का हाथ उनके साथ है?
इसी कारण, यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि अगर बाबा राम रहीम रोहतक या हरियाणा की किसी अन्य जेल मे रहे तो कुछ दिन मे, जेल ही बाबा राम रहीम के डेरे मे तब्दील हो जायेगी। डेरे में शानो-शौकत और ऐशो-आराम की ज़िंदगी बिताने वाले गुरमीत सिंह को जेल में भी उन्ही सुविधाओं की दरकार हैं। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि गुरमीत सिंह को हरियाणा, पंजाब या किसी भी भाजपा शासित राज्य से बाहर रखा जाये।
हरियाणा सरकार की ढिलाई के कारण, बाबा की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत कौर भी गायब हो चुकी है। अब उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुयी है। लेकिन इतनी फजीहत के बाद भी भाजपा सरकार क्यों बाबा राम रहीम के प्रेम मे डूबी है और बाबा को लेकर क्यों उदार बनी हुई है, यह बड़ा सवाल है। कहीं 2019 के लोकसभा चुनाव तो नही रोक रहें भाजपा के हाथ? क्योंकि बिना बाबा के क्या भाजपा का बेड़ा पार होगा ?