नई दिल्ली,फेसबुक मैसेंजर ऐप में खामियों का फायदा अब दूसरी वेबसाइट्स उठा रही हैं. ये वेबसाइट्स फेसबुक यूजर की चैट समेत कई पर्सनल डिटेल्स तक अपनी पहुंच बना चुकी हैं.इसकी एन्क्रिप्शन वॉट्सऐप के लेवल की होगी. फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग के लंबे पोस्ट ये बातें सामने आई थीं. बहरहाल ये खबर दूसरी है.
साइबर सिक्योरिटी फर्म इंपोरवा ने फेसबुक मैसेंजरे की एक खामी के बारे में बताया है. इसके तहत अटैकर्स ये जान सकते थे या इसका अंदाजा लगा सकते थे कि आपने मैसेंजर पर किससे बातचीत की है.हालांकि इस बग से अटैकर मैसेज के कॉन्टेंट्स के बारे में नहीं जान सकते थे. हालांकि अगर किसी अटैकर को पता है कि आप फेसबुक मैसेंजर पर किससे बात कर रहे हैं तो ये भी प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता था. इस सिक्योरिटी एजेंसी ने कहा है कि, ‘ये बग हाई प्रोफाइल टार्गेट्स पर भेजा जा सकता था और ये पता लगाया जा सकता था कि वो किनसे टच में हैं.
फेसबुक ने इस खामी को पता चलते ही ठीक कर लिया है. फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा है, ‘यह इश्यू सीधे तौर पर फेसबुक से जुड़ा नहीं है, बल्कि वेबपेज पर एंबेडेड कॉन्टेंट को वेब ब्राउजर किस तरह से हैंडल करते हैं उसको लेकर है.फेसबुक की तरफ से कहा गया है कि कंपनी ने ब्राउजर मेकर्स और वेब स्टैंडर्ड ग्रुप्स को रिकॉमेंड किया है कि इस तरह की खामियों से बचने के लिए स्टेप्स लें.
कंपनी ने यह भी कहा है कि मैसेंजर के वेब वर्जन को अपडेट कर दिया गया है ताकि इस तरह के बिहेवियर से फेसबुक की कोई सर्विस पर फर्क न हो. इससे पहले नंवबर 2018 में Masas और इनकी टीम ने फेसबुक पर एक बग ढूंढा था जिसके जरिए कोई वेबसाइट यूजर्स के प्रोफाइल से उनका डेटा एक्स्ट्रैक्ट कर लेता था. इस तरह के अटैक को साइड चैनल अटैक कहा जाता है. दरअसल इसमें क्रॉस साइट फ्रेम लिकेज किए जाते हैं.