कुशीनगर, उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद में मशहूर सेंट थ्रेसस स्कूल के प्रधानाचार्य ने मोबाइल फोन जमा नहीं करने वाले छात्रों की इस कदर बेरहमी से पीटाई कर दी कि दो छात्रों को इलाज के लिये लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जहां वे जिन्दगी और मौत से जूझ रहे है।
बुधवार को इस मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस फिलहाल चुप है, वहीं छात्रों का आरोप है कि प्रधानाचार्य ने छात्रो को इस घटना की शिकायत अपने घर पर नहीं करने की हिदायत देते हुए धमकी दी है शिकायत करने वाले छात्र को स्कूल से बेदखल कर दिया जायेगा। इसको लेकर छात्रों मे आक्रोश व्याप्त है।
छात्रो ने कुशीनगर के पुलिस अधीक्षक को पत्र सौंप कर इस घटना जानकारी देते हुए न्याय की गुहार लगाई है। यह स्कूल पडरौना नगर के भरवलिया में स्थित है। इन छात्रों का कसूर बस इतना है कि विद्यालय द्वारा स्कूली बच्चों को नैनीताल ले गये टूर में कुछ छात्र अपने साथ मोबाइल फोन लेकर गये थे, तााकि वे अपने अभिभावकों से बात कर सकें। स्कूल के प्रधानाचार्य फादर जान जोसफ कटापल्ली ने छात्रों को मोबाइल फाेन जमा कराने को कहा। ऐसा नहीं करने पर उन्होंने छात्रो की बेरहमी से पिटाई कर दी। छात्रों का आरोप है कि फादर ने उनके मोबाइल फोन तोड़ दिये।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दिये गये शिकायती पत्र के अनुसार 08 अक्टूबर को विद्यालय कैम्पस से फादर जान सहित कुल नौ अध्यापकों के साथ 96 छात्र नैनीताल टूर पर गये थे। अगले दिन नैनीताल पहुंचने के बाद अध्यापकों ने सभी बच्चों से मोबाइल जमा करने का निर्देश दिया। जिसके अनुपालन में बीस छात्रों ने अपने फाेन जमा कर दिये। इसी बीच वहांं पहुंचे फादर जान उन्हें बेरहमी से पीटने लगे। पिटाई से 16 वर्षीय आर्दश पाण्डेय व रितुराज जायसवाल बेहोश होकर गिर गये। वहीं मनोज पाण्डेय व आदित्य धनराज गंभीर रूप से घायल हो गये। जिनका लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
छात्रों ने बताया कि अतुल वर्मा, अनुराग कुशवाहा और विवेक चौधरी भी काफी चोटिल हैं। पीडित छात्रों ने पुलिस अधीक्षक से मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषी प्रधानाचार्य के विरुद्ध कार्रवाई करने की गुहार लगायी है।