लखनऊ, 1 दिसंबर के बाद आज पहली बार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल यादव एक साथ नजर आए . समाजवादी पार्टी के विधायक मंडल दल की बैठक से पूर्व शिवपाल यादव और अखिलेश यादव की पहली मुलाकात समाजवादी पार्टी मुख्यालय पर गुरुवार को हुई. बंद कमरे में हुई. इस बैठक में आजम खान भी मौजूद रहे. चुनावों में सपा को 47 सीटें मिली हैं, जिसकी वजह से वही प्रमुख विपक्षी दल होगी. बसपा को चुनाव में 19 सीटें हासिल हुई हैं.
शिवपाल यादव और अखिलेश यादव की पहली मुलाकात काफी अहम रही और यह आजम खान की वजह से ही संभव हो पाया। सूत्रों के अनुसार, बंद कमरे में शिवपाल यादव को यह समझाने की कोशिश की गई कि वह बैठक मे कोई एेसी बात न बोलें जिससे कि ये मैसेज जाये कि पार्टी मे दो गुट हैं. वास्तव मे,विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अखिलेश यादव पारिवारिक झगड़े को अब समाप्त करना चाहतें हैं. मुलाकात के बाद शिवपाल यादव और अखिलेश के रिश्तों मे नरमी आयी है. बताया जा रहा है कि तीनों के बीच, सपा विधान मंडल दल के नेता उपनेता और सचेतक के नाम पर चर्चा हुई. आजम खान सपा विधान मंडल दल के नेता हो सकते हैं. आजम के अलावा रामगोविंद चौधरी का भी नाम शामिल है. साथ ही अखिलेश यादव विधान परिषद के नेता विपक्ष हो सकते हैं. यह निर्भर करेगा कि बीजेपी सीएम किसे बनाती है.