लंदन, प्रधानमंत्री टेरेजा मे ब्रिटेन की संसद को आज बताएंगी कि ब्रेग्जिट वार्ता ‘‘95 प्रतिशत” पूरी हो गई है लेकिन यह भी कहेंगी कि वह यूरोपीय संघ के उत्तरी आयरलैंड सीमा के प्रस्तावों को स्वीकार नहीं कर सकती हैं। अपनी ही पार्टी के भीतर बागी सांसदों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उन्होंने यह घोषणा करना तय किया है।
मे ने पिछले हफ्ते हुई यूरोपीय संघ (ईयू) की एक शिखर वार्ता में ऐसा संकेत दिया था कि वह ईयू से निकलने के बाद कार्यान्वयन चरण को पहले से तय समय से कहीं अधिक समय देना स्वीकार कर सकती हैं। उसी के बाद से उन्हें ब्रेग्जिट कट्टरपंथियों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। उनके इस संकेत का मकसद ब्रेग्जिट के बाद भी आयरलैंड की सीमा को खुला रखने को लेकर लंदन और ब्रसेल्स के बीच वार्ता में आए गतिरोध को खत्म करना और दोनों पक्षों को भविष्य के संबंधों पर एक राय बनाने के लिए ज्यादा वक्त देना था।
लेकिन इसने ब्रेग्जिट सहयोगियों को आक्रोशित कर दिया जिन्हें डर है कि अगले मार्च में ब्रिटेन के औपचारिक रूप से ईयू से निकलने के बावजूद वह लंबे समय तक उससे जुड़ा रहेगा। रविवार को कई समाचारपत्रों की खबरों में कहा गया कि बागी सांसद इस हफ्ते मे को सत्ता से बेदखल करने की नए सिरे से कोशिश करेंगे। ज्यादातर खबरें बागी नेताओं के हवाले से दी गई जहां उनका नाम गोपनीय रखा गया। इसी गुस्से को शांत करने के लिए मे सोमवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में सांसदों को संबोधित करेंगी जहां वह बताएंगी कि ब्रसेल्स के साथ समझौता लगभग हो चुका है।