शरीर के अन्य हिस्सों की तुलना में होंठ की स्किन अधिक पतली होती है और यही वजह है कि मौसम बदलने पर यह सबसे अधिक प्रभावित होता है। होंठ की स्किन अधिक फटने से ब्लीडिंग, असहजता और कोल्ड सोर्स जैसी परेशानी हो सकती है। खासकर इस मौसम में होंठ की और अधिक केयर करने की जरूरत होती है।
होंठ फटने के ये होते हैं कारण… बार-बार हाथ लगाना: यह सबसे प्रमुख कारण है होंठ के फटने का। बार-बार होंठ पर हाथ लगाने से उसके ड्राय होने, उनमें सूजन और खुजली होने की समस्या हो सकती है।
जीभ फिराना: होंठ पर बार-बार जीभ फिराने से भी उसकी नमी खत्म होने का खतरा रहता है। होंठ स्किन के तीन लेयर्स से बने होते हैं और जीभ लगाने से सूखे हो सकते हैं।
सही रूप में सांस न लेने पर: हमारे सांस लेने के तरीके से भी होंठ के फटने की समस्या हो सकती है। मुंह से सांस लेने से होंठ के फटने और रूखे होने की परेशानी होती है। होंठ पर लगातार आने वाली हवा से उसकी नमी कम हो जाती है और ड्रायनेस हो जाती है।
कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट कम से कम करें: अत्यधिक मात्रा में लिप लाइनर, लिपस्टिक या लिप ग्लॉस लगाने से होंठ की नमी दूर हो जाती है। होंठ को फटने से बचाने के लिए इन उत्पादों का कम से कम प्रयोग करें और यदि लिप कॉस्मेटिक में अल्कोहल हो तो उनसे दूरी बनाकर रखें।
सेहतमंद खाएं: राइबोफ्लेविन, हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से त्वचा और होंठ हेल्दी होते हैं। यदि आपके होंठ अधिक सूख रहे हों तो वसायुक्त भोजन न करें। विटामिन और मिनरल्स की संतुलित मात्रा लें इससे लिप्स बेहतर स्थिति में होंगे।
पेट्रोलियम जैली का प्रयोग करें: अपने साथ हमेशा ही पेट्रोलियम जैली या मेडिकेटेड लिप बाम रखें। जब कभी आपको महसूस हो कि आपके होंठ सूख रहे हैं तो उन पर तुरंत ही इन्हें अप्लाय करें। ऐसे बाम जिनमें पेट्रोलियम, मधुमक्खियों का वैक्स हो या अन्य ऑयल का बेस हो तो उनका प्रयोग करना अधिक फायदेमंद होता है।
सनस्क्रीन का प्रयोग करें: होंठ पर भी अलग से सनस्क्रीन लोशन लगाएं। इससे न केवल त्वचा को नमी प्राप्त होती है बल्कि उसे सुरक्षा भी मिलती है। सनस्क्रीन लगाकर धूप में निकलें, इससे होंठ फटेंगे नहीं। पर्याप्त नमी प्रदान करें: पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, इससे आपके पूरे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी मिलता रहेगा।