बदायूं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार को आडे हाथो लेते हुए कटाक्ष किया है कि अखिलेश बाबू, काम नहीं कारनामे बोल रहे हैं। मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बदायूं के एक सपा विधायक और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री के चचेरे भाई और स्थानीय सांसद पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिये। सपा का विधायक यदि अपनी पार्टी के सांसद पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहा है तो कल्पना कीजिये कि हालत क्या होगी। सत्ता में आने से पहले अखिलेश यादव कहा करते थे कि मायावती सरकार में जिन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। जांच कराकर उन्हें जेलों में भी डाला जा सकता है लेकिन सरकार आने पर कुछ दिन इधर-उधर किया और बाद में उन्हें ही बडे-बडे पदों पर बिठा दिया। यह गरीबों के पैसे लूटते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मायावती और मुलायम सिंह यादव एक दूसरे के धुर विरोधी हैं। एक- दूसरे से बात करना भी पसंद नहीं करते लेकिन जब मैने भ्रष्टाचार और काले धन की लडाई शुरु की तो वे मिलकर मेरे ही खिलाफ बयान देने लगे। उन्हें पता है कि इस लडाई की चपेट में वे भी आ सकते हैं। गरीबों को जिन्होंने लूटा है उसे दंड तो भुगतना ही पड़ेगा। अखिलेश यादव ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए नौेजवानों के भविष्य पर अलीगढ़ का ताला लगा दिया। नौजवानो को दिग्भ्रमित करने के लिए नारे तो खूब दिये लेकिन उनके लिए कोई काम नहीं किया।