देवरिया, उत्तर प्रदेश में देवरिया के बरहज क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे राम प्रसाद जायसवाल का दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह करीब 55 वर्ष के थे और हृदय रोग और गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे। उनका मेदांता में इलाज चल रहा था। एनआरएचएम घोटाले में आरोपी जायसवाल पिछले दिनों जमानत पर रिहा हुए थे।
जायसवाल शुरुआती दिनों मे कांग्रेस से जुड़े रहे। फिर वह बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए। वर्ष 2000 में अपनी पत्नी रेनू जायसवाल को बरहज नगरपालिका अध्यक्ष का चुनाव बसपा से लड़ाया और जिताकर अध्यक्ष बनवाया। 2002 के विधानसभा चुनाव में वे बसपा से चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। 2007 के विधानसभा चुनाव में श्री जायसवाल बरहज से बसपा के टिकट पर विधायक बने। यूपी में बसपा की सरकार बनने पर श्री जायसवाल काफी ताकतवर होकर उभरे थे। बाबू सिंह कुशवाहा के करीबी रहे जायसवाल ने 2009 के लोकसभा चुनाव में देवरिया लोकसभा क्षेत्र से अपने पिता गोरख प्रसाद जायसवाल को बसपा से चुनाव लड़ाया। लोकसभा चुनाव में गोरख जायसवाल ने जीत हासिल की।
उनका नाम एनआरएचएम घोटाले में था। आरोपी बनाए जाने के बाद उन्होंने 2012 का विधानसभा चुनाव अपनी पत्नी रेनू जायसवाल को लड़ाया। हालांकि वे चुनाव हार गईं। छह मार्च 2012 को सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। वे डासना जेल में बंद रहे। करीब साढ़े तीन वर्ष जेल में रहने के बाद उन्हें मेडिकल आधार पर जमानत मिली। इधर वह फिर जेल चले गए थे। 12 फरवरी को उन्हें जमानत मिली। तबियत खराब होने पर उन्हें मेदांता में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बीती रात करीब दो बजे अंतिम सांस ली। उनका शव दिल्ली से देवरिया लाया जा रहा है। राम प्रसाद जायसवाल का पुत्र मुरली मनोहर जायसवाल इस बार विधानसभा चुनाव में बरहज सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहा है।