बहराइच, उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र अंतर्गत बर्दिया गांव में शनिवार को धान के फसल की रखवाली करने गए किसानों पर बाघ ने हमला कर दिया। आसपास के लोगों के हांका लगाने पर बाघ जंगल की ओर चला गया। ग्रामीणों की मदद से घायलों को सीएचसी पहुंचाया गया। यहां एक घायल की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के बर्दिया गांव में आज सुबह बाघ ने खेत में काम कर रहे किसान पर हमला कर दिया। भारत-नेपाल सीमा के निकट जंगल से सटे थाना सुजौली क्षेत्र के बर्दिया गांव में सुबह करीब सात बजे फ़कीरपुरी गांव निवासी वृद्ध किसान बाबूराम (70) पुत्र मोतीराम पड़ोस के गांव बर्दिया में लगे धान के फसल की निगरानी करने गए थे। तभी खेत में मौजूद बाघ ने हमला कर दिया।
साथ में मौजूद बर्दिया गांव निवासी महेश (25) पुत्र कल्लू उसे बचाने के लिए दौड़ पड़ा। उस पर भी बाघ ने हमला कर दिया।किसानों की चीख पुकार सुनकर आसपास मौजूद ग्रामीण हाका लगाते हुए दौड़ पड़े। जिसपर बाघ दोनों को घायल कर जंगल की ओर भाग गया। घटना की खबर फैलते ही गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों की भारी भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई। ग्रामीणों ने दोनों घायल किसान को सीएचसी मोतीपुर में भर्ती कराया। जहां से बाबूराम की हालत गंभीर होने पर परिवारीजन इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल ले गए। ग्रामीणों की सूचना पर पहुचे वन क्षेत्राधिकारी कतर्नियाघाट अनूप कुमार ने घटनास्थल के आसपास गश्त शुरू कर लोगों को सतर्क किया।
इस मामले में प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप वधावन ने बताया कि मौके की जांच की जा रही है। इसके बाद ही बाघ और तेंदुए के हमले की पुष्टि हो पाएगी।