नयी दिल्ली, भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने चेतेश्वर पुजारा के 100वें टेस्ट से पहले बुधवार को कहा कि खेल के सबसे लंबे प्रारूप में पुजारा ने बीते दशक में कई महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं और उन्हें उम्मीद है कि वह आगे भी ऐसा करते रहेंगे।
वर्ष 2010 में भारत के लिये पदार्पण करने वाले पुजारा 99 टेस्ट मैच खेल 44.1 की औसत से 7021 रन बना चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध शुक्रवार से होने वाले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे मैच में वह अपना 100वां टेस्ट खेलेंगे।
राहुल द्रविड़ ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “यह एक क्रिकेटर के लिये बहुत बड़ी उपलब्धि होती है। इसके लिये आपको प्रतिभा की जरूरत तो होती ही है, लेकिन 100 टेस्ट मैच खेलना इसके अलावा भी बहुत कुछ दर्शाता है। यह आपकी ज्येष्ठता दिखाता है। यह आपकी फिटनेस, आपकी मजबूती, उतार-चढ़ाव को सहने की क्षमता दिखाता है। जब आप 100 टेस्ट खेलते हैं तो यह हो ही नहीं सकता कि आपने उतार-चढ़ाव न देखे हों। आपको जीत-हार का सामना करना पड़ता है। कई तरह की गेंदबाजी देखनी होती है, आपसे फील्ड पर कई सवाल पूछे जाते हैं। जो पुजारा ने पिछले 13-14 सालों में किया है, वह बहुत बड़ी बात है। यह (100वां टेस्ट) उनके कौशल के लिये एक पुरस्कार है।”
उन्होंने कहा, “वह टीम के बड़े ही चहेते खिलाड़ी हैं। हम सबको खुशी होती है कि वह 100 टेस्ट मैच खेले हैं। उम्मीद है कि वह आगे भी बहुत अच्छा प्रदर्शन करते रहेंगे, जैसा कि वह करते आये हैं। अगर आप पिछले 10-15 सालों में देखें तो पुजारा ने कई ऐसी महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं जिससे भारत को मैच में और कई शृंखलाओं में जीत मिली है। बेशक ही वह हमारी टीम के बेहद महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे हैं। हम सब खुश हैं कि उनके साथ इस पल को साझा कर सकते हैं।”
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट में पारी और 132 रन से हराकर चार मैचों की शृंखला में 1-0 की बढ़त बना चुका है। दिल्ली के बाद दोनों टीमें इंदौर (1-5 मार्च) और अहमदाबाद (9-13 मार्च) में भी एक-दूसरे का सामना करेंगी।