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बीस साल मे चीनी के अधिक इस्तेमाल से बढ़ा मधुमेह और मोटापा

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर एमण् सीण् मिश्र ने कहा कि पिछले बीस साल में लोग शुगर का इतना अधिक इस्तेमाल करने लगे हैं कि मधुमेह और मोटापा बढ़ने लगा है और इस मोटापे से कैंसर का खतरा बढ़ गया है।

प्रोफेसर मिश्र ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में विशिष्ठ अतिथि के रूप में छात्रों को समबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि बीस साल पहले लोग औसतन 300 ग्राम शुगर लेते थे लेकिन आज यह बढ़कर दो किलोग्राम हो गया है। शुगर के बढ़ते इस्तेमाल से शरीर पर बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि कोल्ड ड्रिंक में अधिक शुगर होने से लोगों का वज़न बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि मोटापे से कैंसर का अधिक खतरा बढ़ रहा है इसलिए लोग फलों और सब्जी का अधिक सेवन करें। उन्होंने छात्रों को अभी से ही अपनी जीवन शैलीए खान.पान तथा कसरत पर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि योग और आयुर्वेद अपनाने से ही देश स्वस्थ रह सकता है।

उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि बीस साल पहले भारत में औसतन प्रति व्यक्ति 300 ग्राम शुगर लेता था जबकि आज दो.दो किलोग्राम लेने लगा है। उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताते हुए कहा कि भारत में एंटीबायोटिक का अधिक उपयोग और दुरूपयोग हो रहा है। डॉण् मिश्र ने युवकों से अंगदान की भी अपील करते हुए कहा कि स्पेन जैसे देश में प्रति दस लाख 34 लोग अंगदान करते हैं तो भारत में मात्र 0ण्3 लोग करते हैं।

उन्होंने कहा कि देश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में हम आगे बढ़े हैं फिर भी हमें इस क्षेत्र में नागरिकों के लिए काफी कुछ करना है। उन्होंने छात्रों को कहा कि देश का भविष्य सुनहरा है और छात्र देश के विकास के लिए नेतृत्व की भावना भी अपनाये।

कुलपति तलत अहमद ने बताया कि किस तरह जामिया ने गत दो वर्षों में शोधए नवाचार और कौशल विकास के क्षेत्र में काफी काम किया है और वह जलवायु परिवर्तनए आपदा प्रबंधन और भौगोलिक तकनीक के क्षेत्रों में भी कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है।

उन्होंने बताया कि जामिया ने वायु सेना और नौसेना के कर्मियों के प्रशिक्षण के लिए कोर्स शुरू किये हैं और अब थल सेना के लिए कोर्स शुरू होने की उम्मीद है।

समारोह में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल एम ए जकीए प्रति कुलपति डॉण् शाहिद अशरफ और रजिस्ट्रार अहमद पयाम सिद्दिकी मौजूद थे।