नयी दिल्ली, लोकसभा में विपक्ष के नेता तथा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने निर्माण कार्यों में धांधली पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि निर्माण कार्य कुछ समय बाद ही ढह रहे हैं जिससे लोगों की जान जा रही है और विकास कार्य की बुनियाद कमजोर हो रही है और इसमें पारदर्शिता की सख्त जरूरत है।
राहुल गांधी ने कहा,“उद्घाटन और प्रचार तभी अच्छे हैं जब उनके पीछे ऐसी बुनियाद हो जो जनता की सेवा के लिए असल में काम करे। जब सार्वजनिक संपत्ति के रख- रखाव के अभाव और उपेक्षा के कारण लोगों की जान जाने लगे और पुल, प्लेटफार्म या मूर्तियां रिबन काटने के साथ ही गिरने लगें, तो यह गंभीर चिंता का विषय है।”
उन्होंने निर्माण कार्यों की कमजोर होने के उदाहरण देते हुए कहा,“हाल ही में मुंबई के बांद्रा टर्मिनस स्टेशन पर हुई भगदड़, भारत के ढहते बुनियादी ढांचे की कड़ी में सबसे ताज़ा उदाहरण है। पिछले साल जून में बालासोर ट्रेन हादसे में 300 लोगों की जान चली गई लेकिन पीड़ितों को मुआवजा देने के बजाय भाजपा सरकार ने उन्हें लंबे कानूनी दांव-पेंच में उलझा दिया है। सोचिए ज़रा जब छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति तक मात्र नौ महीने में गिर जाती है, इसका साफ मतलब है इरादा सिर्फ प्रचार था, इसमें न ही शिवाजी महाराज का सम्मान था और न जनता की सुरक्षा का ध्यान।”
राहुल गांधी ने कहा,“आज देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर के बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है जो गरीबों की स्थानीय जरूरतों का भी ध्यान रखें – जो व्यापार को सरल, यात्रा को सुगम और लोगों को सुरक्षित रखे। भारत सक्षम है, समर्थ है – हमें बस ज़रूरत है प्रभावी और पारदर्शी सिस्टम की जिसका लक्ष्य जनसेवा हो और फोकस देश के मजबूत भविष्य की बुनियाद।”