नई दिल्ली, संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे सप्ताह भी नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्षी दलों का विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है और आज सुबह बैठक में विपक्ष ने तय किया कि वे इस मुद्दे पर कार्यस्थगन प्रस्ताव पर जोर देना जारी रखेंगे। विपक्षी दलों की आज सुबह हुई बैठक में ये भी सुझाव आये कि सदन में किसी दूसरे नियम के तहत चर्चा शुरू करायी जा सकती है जिसमें मतविभाजन का प्रावधान नहीं हो और इस बारे में एक औपचारिक प्रस्ताव पेश किया जाए। माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने कहा, बैठक में रेल दुर्घटना के संबंध में सरकार की संवेदनहीनता को लेकर चिंता व्यक्त की गई। जब पहले एक मौके पर प्रधानमंत्री केरल में दुर्घटनास्थल पर पहुंचे थे लेकिन रविवार को वह आगरा में थे और दुर्घटनास्थल नहीं गए। उन्होंने कहा कि बैंकों और एटीएम की कतार में खड़े रहे कुछ लोगों की मौत पर उन्हें श्रद्धांजलि देने और कार्यस्थगन की मांग पर विपक्ष दबाव डालना जारी रखेगा। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि ऐसा कोई चलन नहीं है लेकिन विपक्ष इस पर जोर देगा। लोकसभा और राज्यसभा में नोटबंदी के मुद्दे पर आज भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा और दोनों सदनों की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। खड़गे ने कहा कि विपक्षी दल संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन इस बारे में कोई निर्णय आज शाम या कल लिया जा सकता है। बैठक में इस मुद्दे पर धरना के बाद राष्ट्रपति से मिलने के बारे में भी चर्चा हुई लेकिन कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका। सलीम ने कहा, प्रधानमंत्री सभी बातों पर बोल सकते हैं लेकिन नोटबंदी पर विपक्ष से बात नहीं कर सकते। विपक्ष, नोटबंदी की घोषणा कथित तौर पर चुनिंदा तरीके से लीक करने, बैंकों एवं एटीएम की कतार में खड़े लोगों की परेशानियों एवं इसके चलते मौत के विषय को भी उठा रहा है।