बाराबंकी, उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में भाईदूज के पर्व पर बीती देर शाम भाई को टीका लगाने आई बहन पर टीका करते समय घर की कच्ची दीवार ढह जाने से बहन की मौत हो गई। इस हादसे में चार अन्य लोग घायल हो गए। वहीं, जिले के सुबेहा थाना क्षेत्र में इसी तरह की एक अन्य घटना में दीवार गिराने से दो बच्चों की मौत हो गई।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि पहली घटना थाना देवा अंतर्गत कल देर रात मोहनपुर गांव में हुई। इस गांव के निवासी प्रताप बली रावत की पुत्रियां 30 वर्षीय सविता पत्नी राम प्रवेश और बख्शी का तालाब निवासी 25 वर्षीय गायत्री पत्नी अर्जुन मायके आई थीं। घर में चारों ओर त्योहार की खुशियां थीं। रात करीब नौ बजे बहनें अपने भाइयों का टीका करने जा रही थीं, तभी कच्ची ईंटों से बनी दीवार भरभरा कर ढह गई। सभी लोग उसके नीचे दब गए। क्षण भर में त्योहार की खुशियां चीख पुकार में बदल गईं। ग्रामीणों ने आनन -फानन में सबको बाहर निकाला और एम्बुलेंस से अस्पताल ले गए।
गंभीर रूप से घायल सविता को लखनऊ रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान आज उनकी मृत्यु हो गई। राम प्रवेश, गायत्री, अर्जुन और एक अन्य घायल का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दूसरी घटना सुबेहा थाना क्षेत्र के ग्राम भभूतगढ़ी में बुधई अपने बच्चों के साथ घर के ऊपर रखे छप्पर के नीचे सो रहे थे। बुधई आज सुबह शौच के लिए चले गए। वापस लौटे तो देखा कि दीवार ढह गई है। दीवार के नीचे चार वर्षीय नैना व छह वर्षीय रवि दब गए। ग्रामीणों की मदद से बच्चों को मलबे से बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी उनकी मौत हो चुकी थी। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।