लखनऊ, बसपा मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने आज भाजपा पर वोट के लिये राम मंदिर के नाम पर धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन हथकंडों से उसका भला नहीं होने वाला।
मायावती ने अपने 60वें जन्मदिन पर संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा साम्प्रदायिक तत्वों को खुली छूट देने से देश में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया है और बुद्धिजीवी वर्ग भी सांसत में है। उनके अनुसार प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख, मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उनके साथी संगठनों ने राम मंदिर के नाम पर धार्मिक भावनाओं से खेलना शुरू कर दिया है।
प्रधानमंत्री को भी आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी को छोड़कर बाकी पूरे प्रदेश की उपेक्षा करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राज्य में विधानसभा चुनाव आते देख इस सूबे के विकास की याद आने लगी है। मायावती ने कहा कि भाजपा और मोदी ने दिल्ली और बिहार की तरह उत्तर प्रदेश में भी चुनाव के मद्देनजर नाटक शुरू कर दिया गया है, लेकिन जनता उनके झांसे में नहीं आने वाली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी भाजपा का बुरा हाल होगा। बसपा अध्यक्ष ने भाजपा पर दलित मतदाताओं को लुभाने के लिये डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर के नाम पर तरह-तरह के हथकंडे अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार की अगर अम्बेडकर के प्रति सही मानसिकता है तो उसे उनकी 125वीं जयन्ती पर उनके अनुयायी दलितों और पिछड़ों के हितों के लिये जरूरी काम करने का निर्णय लेना चाहिये था।