चेन्नई, केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि भारत में मेडिकल टूरिज्म करीब नौ अरब डॉलर होने का अनुमान है जिससे वैश्विक चिकित्सा पर्यटन सूचकांक में 10वें स्थान पर आ सकता है।
सुश्री सीतारमण ने यहां डॉ. एमजीआर मेडिकल विश्वविद्यालय तमिलनाडु के 35वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि चिकित्सा, कल्याण और आईवीएफ उपचार के लिए 78 देशों से प्रत्येक वर्ष लगभग 20 लाख रोगी भारत आते हैं। उन्होंने कहा , “ भारत की पहचान विश्व में फार्मेसी के रूप में है। हम जिन दवाओं का उत्पादन करते हैं उसके वैश्विक मान और लागत जैसी वजह से कई देशों द्वारा बहुत पसंद की जाती हैं।”
उन्होंने कहा कि भारत अफ्रीका की सभी मांग का लगभग 50 फीसदी आपूर्ति करता है जबकि अमेरिका की जेनेरिक दवा की 40 फीसदी , ब्रिटेन की सभी दवाओं का 25 प्रतिशत और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के लिए टीकों की 70 प्रतिशत आपूर्ति करता है।
इस मौके पर विश्वविद्यालय के 709 संबद्ध संस्थानों से कुल 29,579 उम्मीदवारों को दीक्षांत समारोह के दौरान उपाधियां प्रदान की गयी।
कार्यक्रम में तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन.रवि, स्वास्थ्य मंत्री मा.सुब्रमण्यन और विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सुधाय शेषायन इस मौके पर मौजूद रहे।