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भारतीय मूल के दंपत्ति के बीच तलाक का मामला, अंतरिक्ष की टिकट को लेकर विवाद

tलंदन,  ब्रिटेन में भारतीय मूल की एक दंपति के बीच तलाक का मामला चल रहा है, लेकिन दोनों के बीच टकराव 1,60,000 पाउंड के उस टिकट को लेकर बढ़ गया है जो ब्रिटिश उद्यमी रिचर्ड ब्रैनसन की अंतरिक्ष उड़ान के लिए बुक कराया गया है। 33 वर्षीय ब्लॉगर मीरा मनेक ने दावा किया है कि उसके पति आशीष ठक्कर अरबपति हैं और उसके पास 1.60 लाख पौंड की कीमत वाला वर्जिन गैलेक्टिक की अंतरिक्ष यात्रा का टिकट भी है।

उन्होंने तर्क दिया कि इस टिकट को भी आशीष की संपत्ति का हिस्सा मानना चाहिए। जबकि आशीष का कहना है कि उसकी कुल संपत्ति साढे़ चार लाख पाउंड ही है। माना जा रहा है कि ठक्कर को तलाक मामले में समझौता करते हुए अपना यह टिकट बेचना पड सकता है। बताया जा रहा है कि मीरा माणिक अपने पति के खिलाफ ब्रिटिश हाई कोर्ट पहुंचने वाली हैं जहां वह आशीष के इस दावे को चुनौती देंगी जिसके मुताबिक उनके शौहर के पास सिर्फ 4,45,542 पाउंड की संपत्ति है। स्थानीय समाचार पत्र के अनुसार 33 साल की फूड राइटर और ब्लॉगर मीरा का कहना है कि आशीष अरबपति है और वह जो संपत्ति का ब्यौरा दे रहा है, वह दरअसल पूरा नहीं है। एक सूत्र के मुताबिक, अदालत में ब्रैनसन की परियोजना, वर्जिन गैलेस्टिक की उड़ान के बारे में चर्चा की जाएगी। यह ऐसी संपत्ति है जो अब भी आशीष के पास है और उनकी पूरी संपत्ति की जांच में यह भी शामिल होगा।

मीरा मांग करेंगी कि आशीष की संपत्ति का ब्यौरा तैयार करने में टिकट की कीमत को भी शामिल किया जाए जो कि 1 लाख 60 हजार पाउंड की है। बता दें कि आशीष ठक्कर उन शुरुआती लोगों में शामिल हैं जिन्होंने ब्रैनसन के इस परियोजना में टिकट बुक कराया था जो आपको अंतरिक्ष की सैर करवाएगी। इस टिकट का पूरा पैसा बुकिंग के वक्त ही देना पड़ता है लेकिन आप इसे फ्लाइट से पहले कभी भी रिफंड करवा सकते हैं। अब ब्रिटिश हाइकोर्ट इस मामले की सुनवाई सोमवार से शुरू करेगी जहां यह तय किया जाएगा कि ठक्कर की संपत्ति का कूल मूल्य कितना है और उसमें से कितना तलाक के बाद माणिक को मिलना चाहिए।

ठक्कर दुबई के व्यापारी हैं और मारा ग्रुप के मालिक बताए जाते हैं। मीरा माणिक से उनकी शादी 2008 में हुई थी। यह दोनों 2013 से अलग अलग रह रहे हैं। जल्द ही ठक्कर से तलाक लेने वाली उनकी पत्नी माणिक का दावा है कि उनके पति विदेशों में कई कंपनियों में लाभभोक्ता है, लेकिन ठक्कर ने हाइकोर्ट में कहा है कि मारा ग्रुप की उत्तराधिकारी दरअसल उनकी मां और बहन है।

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