नई दिल्ली, कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अंदर जारी कलह से दूरी बनाते हुए रविवार को कहा कि यह राज्य के मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है कि वह मंत्रियों को बर्खास्त करे या शामिल करे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा चाचा शिवपाल यादव और तीन अन्य मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने के चंद घंटे बाद राज्य में सत्ताधरी समाजवादी पार्टी ने प्रमुख नेता रामगोपाल यादव को पार्टी से निष्कासित कर दिया। रामगोपाल को मुख्यमंत्री का करीबी माना जाता है और उन्हें पार्टी से निष्कासित करने की घोषणा शिवपाल यादव ने की, जो पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष हैं।
शिवपाल को रविवार सुबह मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया। कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने कहा, यह विशुद्ध रूप से एक आंतरिक मामला है। कांग्रेस की परंपरा रही है कि वह किसी भी पार्टी के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप नहीं करती। उत्तर प्रदेश के हित में उन्हें पार्टी के भीतर की लड़ाई सुलझा लेनी चाहिए। वडक्कन ने कहा, यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है कि वह किसे मंत्रिमंडल से बर्खास्त करते हैं या किसे शामिल करते हैं। यह एक ऐसा मामला है, जिसके बारे में पार्टी के अंदर निर्णय लिया जाना चाहिए। हम आशा करते हैं कि वे अपने घर को व्यवस्थित कर लेंगे और राज्य में निष्पक्ष चुनाव होगा। पार्टी से निष्कासित रामगोपाल के बारे में पूछे जाने पर वडक्कन ने कहा, हम किसी का पक्ष नहीं ले रहे। वे अपने आंतरिक मामले सुलझाएं। यह किसी भी पार्टी के लिए अनुचित होगा कि इसमें हस्तक्षेप करे। हां, उत्तर प्रदेश की जनता यदि इससे प्रभावित होती है तब हम बोलेंगे।