नई दिल्ली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने नवनियुक्त आईएएस अधिकारियों के एक समूह से कहा है कि विचारों में भिन्नता होने पर वे मंत्रियों के समक्ष अपना दृष्टिकोण रखने में संकोच नहीं करें। सिंह ने यह बात को उत्तर प्रदेश काडर के 2014 बैच के 35 आईएएस अधिकारियों तथा राज्य के निवासी उन अधिकारियों के बीच संवाद सत्र के दौरान कही जो वर्तमान में विभिन्न मंत्रालयों में सहायक सचिव पद पर तैनात हैं। इस सत्र में 11 केंद्रीय मंत्री भी मौजूद थे। युवा अधिकारियों को संबोधित करते हुए सिंह ने उनका आह्वान किया कि वे अपनी प्रतिष्ठा एवं विश्वसनीयता बरकरार रखें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे पंक्ति के आखिरी व्यक्ति से सहानुभूति रखें। उन्होंने कहा कि आईएएस अधिकारियों को जिले में बड़ी जिम्मेदारी उठानी चाहिए और आम लोगों का विश्वास जीतना चाहिए।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल को याद करते हुए आईएएस अधिकारियों से कहा कि विचारों में भिन्नता होने पर वे मंत्रियों के समक्ष अपना दृष्टिकोण रखने में संकोच नहीं करें। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि आईएएस अधिकारी जिले में प्रशासन के प्रबंधक होते हैं और उन्हें गरीबों के हितों के प्रति हमेशा ही चिंता जतानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे सशस्त्र बलों और भूतपूर्व सैनिकों के मुद्दों के प्रति भी संवेदनशीलता दिखायें। महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि जिलाधिकारी के तौर पर आईएएस अधिकारियों को आम लोगों की समस्याएं सुलझाने के प्रति करूणा एवं दया दिखानी चाहिए।