नई दिल्ली, 30 जून (वेबवार्ता)। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह सरकार के वरिष्ठ मंत्री बाबुलाल गौर ने गृहमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। शिवराज सिंह मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले ज्यादा उम्र होने के चलते दोनों पर इस्तीफे का दबाव था। पहले दोनों राजी नहीं थे। बोले- ”इस तरह बेइज्जत होकर नहीं जाएंगे। उम्र ही पैमाना थी तो विधानसभा चुनाव में टिकट क्यों दिया था?” हालांकि, दिल्ली से भोपाल तक के नेताओं ने दोनों को मनाने की लंबी कवायद की। इसके बाद गौर और सरताज ने मंत्री पद छोड़ा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वरिष्ठ मंत्री बाबुलाल गौर और सरताज सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का आदेश मानते हुए दोनों मंत्रियों ने मेरे पास इस्तीफा भेजा है। मैने इसे राज्यपाल के पास भेज दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के स्टेट प्रेसिडेंट नंदकुमार सिंह चौहान और प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने गौर और सरताज से उनके घर जाकर मुलाकात की थी। पहले बाबूलाल गौर ने इस्तीफा देने से इनकार करते हुए कह दिया कि वे इस उम्र में भी दूसरे मंत्रियों के बराबर काम करते हैं। अगर उम्र पैमाना थी तो उन्हें टिकट ही क्यों दिया गया था?उन्होंने कहा, ”मैंने मप्र को अपने खून-पसीने से सींचा है, इसलिए इस्तीफा क्यों दूं?”बाबुलाल गौर ने यह भी कह दिया था कि वे पार्टी के बड़े नेताओं से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि वो इस तरह से बेइज्जत होकर नहीं जाएंगे, चाहे तो पार्टी उन्हें बर्खास्त कर दे। सरताज सिंह ने कहा- “उम्र का हवाला देकर आराम करने की बात कही गई है। मेरे काम में कभी उम्र आड़े नहीं आई। जो संदेश लेकर आए थे, उन्होंने कहा कि ये निर्देश दिल्ली से आए हैं। मैंने भी कह दिया कि दिल्ली तक मेरा मैसेज पहुंचा दीजिए। मैं इस तरह ज़लील होकर नहीं जाऊंगा।”
पहले दोनों नेता उनकी बात मानने से मना करते रहे, बाद में इस्तीफा दे दिया। मध्य प्रदेश के होम मिनिस्टर बाबूलाल गौर 86 साल के और पीडब्ल्यूडी मंत्री सरताज सिंह 76 साल के हैं।