मुंबई, कोविड-19 के मामलों में पिछले करीब एक महीने से जारी गिरावट से घरेलू शेयर बाजारों में बीते सप्ताह लगातार चौथी साप्ताहिक बढ़त दर्ज की गयी और ये नये रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुए।
आने वाले सप्ताह में महामारी के संक्रमण और टीकाकरण की रफ्तार के साथ ही महंगाई के आंकड़ों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। मई की खुदरा और थोक मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को जारी होने हैं। ईंधनों की कीमतों में रही तेजी के कारण मई में महंगाई दर में वृद्धि का अनुमान है।
इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक का भी बाजार पर असर दिखेगा। दो दिवसीय बैठक के बाद बुधवार को फेड मौद्रिक नीति पर बयान जारी करेगा।
बीते सप्ताह पांच में से तीन कारोबारी दिवस सेंसेक्स में तेजी रही जबकि मंगलवार और बुधवार को गिरावट देखी गई। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सप्ताह के दौरान 374.71 अंक यानी 0.72 प्रतिशत की बढ़त के साथ 52,474.76 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 129.10 अंक यानी 0.82 प्रतिशत की साप्ताहिक मजबूती के साथ शुक्रवार को कारोबार की समाप्ति पर 15,799.35 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर रहा।
मझौली और छोटी कंपनियों में लिवाली का जोर और अधिक रहा। इनमें बुधवार को छोड़ शेष चार दिन बढ़त के रहे। बीएसई का मिडकैप 416.34 अंक यानी 1.85 प्रतिशत की साप्ताहिक तेजी के साथ सप्ताहांत पर 22,927.83 अंक और स्मॉलकैप 854.40 अंक यानी 3.52 प्रतिशत चढ़कर 25,116.30 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।