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महाकुंभ पलट प्रवाह से विंध्याचल में दर्शनार्थियों का बना नया रिकॉर्ड

मिर्जापुर, प्रयागराज महाकुंभ पलट प्रवाह से प्रसिद्ध तीर्थस्थल विंध्याचल में दर्शनार्थियों का नया रिकॉर्ड बना है। जिला प्रशासन के अनुसार कुंभ स्नान के दौरान यहां लगभग दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने विंध्य क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी मां विंध्यवासिनी देवी के दर्शन किए ‌जो 45 दिनों में अब तक का रिकॉर्ड है।

विंध्याचल में वर्ष में दो नवरात्रि मेले में लाखों की भीड़ दर्शन पूजन को आती है। जिसके लिए तैयारियां महीनों पहले शुरू हो जाती है। यहां भीड़ नियंत्रित करने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर के तर्ज पर सुरक्षा व्यवस्था की जाती है। वैसे भी एक अनुमान के मुताबिक विंध्यधाम में हजारों श्रद्धालुओं प्रतिदिन आते हैं।

कुंभ स्नान के बाद यहां करोड़ों श्रद्धालुओं आने का अंदाजा जिला प्रशासन को पहले से था।जिसको दृष्टिगत तैयारियों को अमली जामा पहनाया गया था।पर भीड़ का प्रवाह यहां पलटा तो सारे अनुमान धरे के धरे रह गए। ऐसे दिन आये कि दर्शनार्थियों की संख्या आठ से दस लाख तक पहुंच गई। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि औसत चार से पांच लाख श्रद्धालुओं ने मां विंध्यवासिनी के दरबार में हाजिरी लगाई।

स्थानीय मोहित मिश्र की मानें तो ऐसी भीड़ पहले कभी यहां तक नवरात्रि मेले में भी नही देखी गई। इसी बात को आगे बढ़ाते हुए महेंद्र पांडे कहते हैं कि अंदाजा तो था पर भीड़ इतनी होगी की पूरा क्षेत्र ही जाम हो जायेगा। एक दो दिन नही बल्कि पूरे महीने तक। यहां भीड़ नियंत्रित करने के लिए कमिश्नर बालकृष्ण त्रिपाठी और पुलिस महानिरीक्षक आर पी सिंह तक लाईन लगवाने पड़े। जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों को लगाया गया। विंध्याचल आने वाले सभी मार्गों पर वाहनों को रोकना पड़ा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धार्मिक पर्यटन से रोजगार की पहल भी काफी सफल रही। स्थानीय दुकानदार और पुरोहित पंडों के साथ ढेला वालो ने जमकर आमदनी की। होटल मालिकों की चांदी रही। पूरे नगर में लोग आसरा खोजते रहे।

फिलहाल विंध्याचल में यात्रियों प्रवाह में चर्चा मेला सम्पन्न होने के बाद भी हो रही है। आगामी नवरात्रि मेले को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। जिला प्रशासन के सामने भीड़ का दबाव अवश्य रहेगा।