नई दिल्ली, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि महिलाओं को उनकी क्षमता विकसित करने के लिए पूरा सहयोग दिया जाना चाहिए और उनमें सुरक्षा, गौरव और समानता का भाव जगाया जाए, जो उनका पवित्र अधिकार है। मुखर्जी ने महिला दिवस की पूर्वसंध्या पर अपने संदेश में देश और विदेश की सभी महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि भारतीय महिलाओं की कई पीढियों ने अपनी अतुलनीय ममता, सहिष्णुता और कड़ी मेहनत से देश के विकास और प्रगति में अमूल्य योगदान किया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने महिलाओं के सशक्तीकरण और राष्ट्र निर्माण में उनकी समान भागीदारी के लिए कई ऐतिहासिक कानून और दूरदर्शी कार्यक्रम बनाए हैं और उन पर अमल किया है। उन्होंने बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि कन्या भ्रूण हत्या को रोकने और बालिकाओं को शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मुखर्जी ने कहा कि मैं इस अवसर पर देशवासियों से लैंगिक समानता और महिलाओं के वास्तविक सशक्तीकरण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने का आह्वान करता हूं। महिलाएं अपनी क्षमता का पूर्ण विकास कर सकें, इसके लिए हम उनका हर संभव सहयोग करें।