बसपा सुप्रीमो मायावती ने ऐलान किया है कि चुनाव के बाद वह किसी पार्टी से गठबंधन करने नहीं जा रही हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार फैला रही है कि बसपा उसके साथ मिलकर सरकार बनाने जा रही है. उन्होंने कहा कि वैसे तो यूपी चुनाव बसपा ही जीतने जा रही है, लेकिन अगर सरकार नहीं बना सकी तो भी वह विपक्ष में बैठेगी, बीजेपी से नहीं मिलेगी.
कानपुर के शिवराजपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि पहले चरण में बसपा को झमाझम वोट मिले. पहले चरण में बसपा बहुत सीटें जीतने वाली है, दूसरे चरण में भी बसपा को झमाझम वोट मिलेगा. उन्होंने कहा कि मैं आपको हवा-हवाई बातें नहीं बता रही हूं, मैं आपको जमीनी हकीकत बता रही हूं
बीजेपी को तो बहुत कम सीटें मिलने वाली हैं. हार के भय से बीजेपी की नींद उड़ गई है. अमित शाह के चेहरे पर हवाईयां उड़ी हुई थीं. उन्होंने लखनऊ में कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए प्रेस कांफ्रेंस की.
मायावती ने कहा कि बीजेपी के लोग अब अफवाहें फैलाने में लगे हुए हैं. सोशल मीडिया में पर झूठा प्रचार फैलाया जा रहा है कि बसपा चुनाव के बाद भाजपा या सपा कांग्रेस से गठबंधन कर सकती है. मायावती ने कहा कि वैसे तो 101 प्रतिशत बसपा की जीत पक्की है. लेकिन अगर फिर भी कुछ कमी रह गई तो बसपा विपक्ष में बैठेगी, बीजेपी से नहीं मिलेगी.
उन्होंने कहा कि मैं केंद्र की वर्तमान सरकार के दौरान रोहित वेमुला कांड को भुला नहीं सकती, मुझे दलितों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं, मैं दलितों का सर नीचे नहीं होने दूंगीं. बीजेपी ने मुझे सीबीआई के दबाव में लेने की कोशिश की. यही नहीं 2003 में मुझे बीजेपी ने मुलायम को मुख्यमंत्री बना देने की हुड़की दी थी. इस पर मैंने इस्तीफा दे दिया था. ऐसी बीजेपी से बसपा का कभी गठबंधन नहीं होगा. ये दुष्प्रचार फैलाया जा रहा है.
मायावती ने कहा कि और सपा से भी गठबंधन का सवाल ही नहीं उठता. समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा उनके ऊपर कराए गए जानलेवा हमले को वह कभी भूल नहीं सकती, इसलिए समाजवादी पार्टी से गठबंधन का सवाल ही नहीं उठता.
उन्होंने कहा कि रही बात कांग्रेस की तो वह पहले ही बुरी हालत में है. बसपा सुप्रीमो ने कहा कि बीजेपी सीएम प्रत्याशी नहीं बता पा रही है. वहीं राजनीतिक स्वार्थ के लिए सपा ने कांग्रेस से गठबंधन किया.