बहराइच/गोण्डा/श्रावस्ती, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले कुछ दिनों से राज्य के विभिन्न इलाकों में हो रही बारिश के कारण आयी बाढ़ से प्रभावित इलाकों का बुधवार को दौरा किया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित गोण्डा, बलरामपुर, बहराइच, अयोध्या और श्रावस्ती का दाैरा कर यहां चल रहे राहत कार्यों का जायजा लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये।
गोण्डा एवं बलरामपुर में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के क्रम में उन्होंने एक राहत केन्द्र में जाकर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस वर्ष विजयदशमी के बाद भारी बारिश होने की वजह से अप्रत्याशित रूप से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है। योगी ने कहा, “पहले सूखा का संकट था, लेकिन इस वर्ष यह बाढ़ और अतिवृष्टि अप्रत्याशित रूप से हमारे सामने आए हैं। बलरामपुर के 280 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। मैंने आज बाढ़ के सम्बंध में सुबह ही बैठक बुलाई थी। जिसमें निर्देश दिये हैं कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त राहत सामग्री उपलब्ध करवाई जाये।”
अधिकारियों ने बताया कि बलरामपुर में स्थिति ज्यादा संकटपूर्ण है। गोंडा बलरामपुर का मुख्य संपर्क मार्ग कट गया है। इसी तरह उतरौला का संपर्क मार्ग भी कट गया है। उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को तत्काल राहत देने के अधिकारियों को निर्देश दिये। योगी ने कहा कि जनहानि होने पर परिजनों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और जिनके घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं,उन्हें मुख्यमंत्री आवास उपलब्ध करवाया जाये।
मुख्यमंत्री योगी ने इस काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं किये जाने की ताकीद करते हुए अधिकारियों से कहा कि जिन किसानों की फसल बाढ़ में नष्ट हुई है, उनकी सर्वे रिपोर्ट बना कर शासन को दी जाये जिससे क्षतिपूर्ति की जा सके। योगी ने कहा, “आपदा में सरकार आपके साथ है, यही विश्वास दिलाने मैं यहां आया हूँ।”
इसके बाद वह श्रावस्ती के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे। गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को राज्य के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को मुख्यमंत्री ने इस इलाके में बाढ़ का जायजा लेने के लिये भेजा था।
श्रावस्ती में मुख्यमंत्री योगी ने बाढ़ प्रभावित परिवारों से संवाद के दौरान कहा कि बाढ़ का समय 15 सितंबर तक माना जाता था, लेकिन ये पहली बार हुआ जो इस साल अक्टूबर के माह में बाढ़ आई है। ये अप्रत्याशित है, अकेले श्रावस्ती में 114 गांव प्रभावित हैं, जिनमें 50 गांव ज्यादा प्रभावित हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बाढ़ नियंत्रण के लिए एडीआरएफ प्रशासन पहले से तैयार थी, जिन गांव में पहुचना मुश्किल है वहां से उन्हें सुरक्षित लाने के लिए व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि राहत सामग्री वितरण की पर्याप्त व्यवस्था करवाई गई है। पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए पहले से निर्देशित किया गया था।
गौरतलब है कि इस वर्ष प्रदेश के करीब 15 जनपदों में बाढ़ ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है। मुख्यमंत्री योगी ने लोगों आश्वस्त किया कि आपदा में सरकार उनके साथ खड़ी है।
इसके बाद उन्होंने बहराइच में बाढ़ रााहत कार्यों का जायजा लिया। यहां एक राहत शिविर में उन्होंने कहा कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्र से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बाढ़ प्रभावित जिला प्रशासन को बाढ़ पीड़ितों को जन धन की हानि होने पर हरसंभव सहायता देने के पहले ही निर्देश जारी कर दिये हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बाढ़ से अन्नदाता किसानों को नुकसान हुआ है। इस नुकसान का सर्वे किया जा रहा है। सभी जनप्रतिनिधियों को भी राहत कार्य करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि राहत सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था व पशुओं के चारे की भी व्यवस्था की गई है। युद्धस्तर पर राहत कार्य चल रहा है।
गौरतलब है कि योगी गुरुवार को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। इस क्रम में वह बस्ती मंडल के साथ महराजगंज व गोरखपुर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का दौरा करेंगे। योगी कल पांच जिलों बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, महराजगंज और गोरखपुर जायेंगे।