नई दिल्ली, फिल्म रईस के प्रचार के दौरान एक व्यक्ति की मौत होने के बाद अभिनेता शाहरुख खान लोगों के निशाने पर आ गये हैं लेकिन मृतक की मां ने यह कहते हुए सुपरस्टार का समर्थन किया है कि जो कुछ हुआ उसमें उनका दोष नहीं है।
सोमवार की रात को अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस से वड़ोदरा रेलवे स्टेशन पर शाहरुख खान के पहुंचने के बाद वहां लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। उसी दौरान दिल का दौरा पड़ने से फरीद खान पठान नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। व्यक्ति एक पत्रकार का रिश्तेदार था जो उसी ट्रेन से यात्रा कर रही थी जिससे शाहरुख जा रहे थे। घटना के कुछ घंटे बाद कुछ लोगों ने शाहरुख खान को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि अब मृतक की मां यह कहते हुये शाहरुख के समर्थन में आगे आई हैं कि शाहरुख के प्रचार कार्यक्रम का उनके बेटे की दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से हुई मौत के साथ कोई संबंध नहीं है। उन्होंने एक बयान में कहा, हमें शाहरुख खान से कोई शिकायत नहीं है क्योंकि इसमें उनका दोष नहीं है। वह भी मेरे बेटे जैसे हैं। मेरे बेटे के अंतिम संस्कार के लिए उन्होंने जो कुछ किया उसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहूंगी।
मृतक फरीद खान की मां ने कहा, घटना का शाहरुख की फिल्म रईस के प्रचार कार्यक्रम से कोई लेना-देना नहीं है, मेरा बेटा भीड़ में फंस गया और घुटन के कारण उसकी मौत हो गई। हम बस इतना चाहते हैं सभी मेरे बेटे के लिए प्रार्थना करें। फरीद की भतीजी और पेशे से पत्रकार समीना शेख ने कहा कि अभिनेता की टीम ने सुनिश्चित किया था कि वह और उनका परिवार सुरक्षित रूप से फरीद के अंतिम संस्कार में पहुंच जाएं। समीना ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरे चाचा दिल के मरीज थे और भीड़ में दम घुटने के कारण उनका इंतकाल हो गया। हालांकि, शाहरुख खान और उनकी टीम ने यह सुनिश्चित किया कि मैं और मेरी मां, मेरे चाचा के अंतिम संस्कार में सुरक्षित पहुंच जाएं। उन्होंने कहा, हम रतलाम उतरे और एसआरके की टीम ने हमारे लिए कार की व्यवस्था की ताकि हम उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए वडोदरा पहुंच सकें। पत्रकार ने बताया कि किस तरह उन्हें सांत्वना देने के दौरान शाहरुख खान रो पड़े थे। उन्होंने कहा, जब मैंने घटना के बारे में शाहरुख को बताया तो उनकी आंखों में आंसू आ गए क्योंकि वह भी उस दर्द को महसूस कर सकते थे जिसे मैं और मेरा परिवार महसूस कर रहा था। उन्होंने कहा, उन्होंने मेरे और मेरी मां के लिए रतलाम से वडोदरा आने की व्यवस्था तो की ही, इसके अलावा मेरे अन्य रिश्तेदारों के लिए मुंबई से वडोदरा पहुंचने की भी व्यवस्था की। हालांकि शाहरुख दिल्ली में अपनी फिल्म के प्रचार में व्यस्त थे लेकिन फिर भी वह मेरे परिवार के बारे में जानकारी लेते रहे और हरसंभव मदद दी।