शिलांग, मेघालय में खदान से पानी निकालने के प्रयास बेनतीजा रहने के कारण खनिकों को बचाने के लिए विभिन्न एजेंसियों द्वारा चलाये जा रहे अभियान में बृहस्पतिवार को कोई खास सफलता नहीं मिल पाई। नौसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के गोताखोर खान में उच्च जलस्तर के कारण अंदर नहीं जा सके जिसके कारण खदान में फंसे 15 खनिकों के लिए तलाशी अभियान पुन: आरंभ नहीं हो सका।
जब अभियान के प्रवक्ता आर सुसंगी से यह पूछा गया कि क्या गोताखोर दिन में बाद में दूसरी कोशिश करेंगे तो उन्होंने ‘पीटीआई’ को जवाब दिया कि वे इंतजार करेंगे लेकिन जलस्तर के इतनी जल्दी गिरने की संभावना कम ही है। पूर्वी जयंतिया पहाड़ी जिले में लुमथारी की 370 फुट गहरी इस अवैध कोयला खान में 15 खनिक 13 दिसंबर से फंसे हुए हैं। नजदीक की एक नदी का पानी भरने के कारण ये लोग खान में फंस गये थे। उनके लिए चलाए जा रहे अभियान का बृहस्पतिवार को 22वां दिन है।
सुसंगी ने बताया कि ओडिशा के अग्निशमन कर्मियों ने सुबह दस बजे काम बहाल किया लेकिन यह पाया गया कि जलस्तर फिर बढ़ गया है। बुधवार को पूरे दिन पानी निकालने से जलस्तर 16 इंच घट गया था। पानी निकालने के लिए बृहस्पतिवार को एक और पंप लगाया जाएगा। कोल इंडिया का उच्च क्षमता वाला पंप यहां आने के तीन बाद अब तक चालू नहीं हो पाया है। उसे चलाने की तैयारी चल रही है।