लखनऊ, शायद आप यह जानकार हैरान हों कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोगों से नये साल का मुबारकबाद बहुत ही हिचकिचाहट के बाद लिया।
अखिलेश यादव ने आज स्वयं स्वीकार किया कि नये साल का मुबारकबाद लेने से उन्होंने इस बार गुरेज किया। उन्होंने कहाकि मै ही जानता हूं कि मेरा नया साल कैसे शुरु हुआ। मन में तमाम आशंकाएं चल रही थीं, जो लोग मुबारकबाद देते थे मैं उनको मना कर देता था और कहता था कि बधाई बाद में दे लेना। एक कार्यक्रम में उन्होंने इशारों- इशारों में पिता मुलायम सिंह यादव से चल रही लडाई की ओर संकेत किया।
इस साल एक जनवरी को ही उनके समर्थकों ने जनेश्वर मिश्र पार्क लखनऊ में मुलायम सिंह यादव के स्थान पर उन्हें पार्टी का अध्यक्ष घोषित कर दिया। पिता-पुत्र का विवाद अब लखनऊ और सैफई से निकलकर चुनाव आयोग दिल्ली पहुंच गया है। समझौते की संभावनाएं भी क्षीण लगती है।