मुम्बई, हैट्रिक सहित पांच विकेटों की बदौलत प्लेयर ऑफ़ द मैच बने लेग स्पिनर युज़वेंद्र चहल ने मैच के बाद कहा,’मैं जानता था कि मुझे उस ओवर में विकेट लेने थे। इसलिए मैंने ऑफ़ स्टंप के बाहर गेंद रखने की योजना बनाई। मैंने कल ही कोच और कप्तान से बातचीत की थी। हैट्रिक गेंद पर मैं जानता था कि कमिंस गुगली का इंतज़ार कर रहे थे। गुगली गेंद पर मुझे छक्का लगा था और मैं जोखिम नहीं लेना चाहता था। मैं बस डॉट गेंद डालना चाहता था। (लखनऊ के ख़िलाफ़ हैट्रिक गेंद पर छूटे कैच पर) यह क्रिकेट में होता रहता है।
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने सात रन से आखिरी ओवर में मिली जीत के बाद कहा,’ आईपीएल में क़रीबी मैच देखने को मिलते हैं। ऐसी स्थिति में आपको शांत रहकर भरोसा रखने की ज़रूरत है। आपको मैच के रुख़ को समझना होता है और सही मौक़ों को अपने पक्ष में करना होता है। कोलकाता एक मज़बूत टीम है। हमें कभी नहीं लगा कि हम मैच में आगे थे। सारी दुनिया जानती है कि युज़वेंद्र और अश्विन क्या कर सकते हैं। हालांकि मैं रसेल के ख़िलाफ़ अश्विन की वह जादुई गेंद और देवदत्त की बल्लेबाज़ी की सराहना करना चाहता हूं। ओबेद जानते हैं कि उन्हें क्या करना है और मुझे उन्हें ज़्यादा कुछ कहने की ज़रूरत नहीं है।
आखिरी ओवर डालने वाले तेज गेंदबाज ओबेद मकॉए ने कहा,’ यह पिछले साल की चोट के बाद मेरा पहला मैच था। मैं पिछले कुछ महीनों में मेहनत कर रहा था और इसका मुझे फल मिला। मैंने अपनी ताक़त पर भरोसा किया। भले ही मैंने मैच नहीं खेलें लेकिन मैं नेट में मैच की ही तरह अभ्यास करता था। मैं जानता था कि बल्लेबाज़ ताक़त का इस्तेमाल करेंगे और इसलिए मैं लेग साइड पर धीमी गति की गेंद डालना चाहता था। हेत्माएर मुझे सलाह दे रहे थे।’