वाराणसी , मॉरीशस सरकार इस वर्ष अपने देश में श्रीमद्भागवत गीता सम्मेलन और भोजपुरी सम्मेलन का आयोजन करेगी जिसमें सभी प्रवासी भारतीयों को आमंत्रित किया जाएगा। मॉरीशस सरकार के एक अधिकारी ने यहां बताया कि गीता सम्मेलन के आयोजन के लिए मॉरीशस सरकार ने हरियाणा की सरकार से संपर्क किया है। कुरुक्षेत्र में हरियाणा सरकार द्वारा गत माह आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया था। इसके मद्देनज़र यह निर्णय लिया गया है।
अधिकारी ने कहा कि भोजपुरी ना केवल मॉरीशसए बल्कि फिजीए ट्रिनीडाड एंड टोबैगोए सूरीनाम आदि अनेक देशों में बोली जाती है। इसलिए ऐसा सोचा गया है कि भोजपुरी सम्मेलन से प्रवासी भारतीयों के बीच एकता अधिक मज़बूत होगी। हालांकि अभी इन सम्मेलनों की तिथि के बारे में अभी कोई औपचारिक फैसला नहीं हुआ है। संभवतरू इसी वर्ष ये आयोजित किये जाएंगे। मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द्र जगन्नाथ ने कल 15वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर अपने भाषण में इन दोनों सम्मेलनों के आयोजन के बारे में बताया भी था। श्री जगन्नाथ ने हिन्दी और भोजपुरी बोल कर लोगों को चाैंका दिया था।
उन्होंने भाषण के आरंभ में कहा थाए श् भाइयोंए बहनों और मित्रोंए सबको नमस्ते। दुनिया के कोने कोने से आये अनेक देशों के वासियों और काशी वासियों को मेरा प्रणाम।श् उन्होंने भोजपुरी एवं हिन्दी को प्रोत्साहन दिये जाने बारे में उन्होंने कहा कि भाषा गयी तो संस्कृति गई। उन्होंने काशी में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलनए प्रयागराज में कुंभ और गणतंत्र दिवस के त्रिआयामी आयोजन की सराहना करते हुए इसे त्रिवेणी कह कर निरुपित किया। उन्होंने भाषण के अंत में यह भी कामना कीए श्भारत और मॉरीशस की गहरी मित्रता हमेशा बनी रहे।
प्रवासी भारतीय दिवस समारोह के मुख्य अतिथि श्री जगन्नाथ ने भोजपुरी वाक्यों को भी बोल कर काशी वासियों को लुभाया। उन्होंने कहाए श्बहुत बार पहले जौन लोगन हियां से मॉरीशस जाल रहलनए आज ऊ लाेगन की संतान ई पवित्र धरती पर आल होवनए जा हमनी की खातिर ई आपन आप में एगो तीरथ बा।श् उनके इतना कहते ही वाराणसी के लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहाट और हर हर महादेव के नारे से उनका अभिनंदन किया था। उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी के अनुसार मॉरीशस के प्रधानमंत्री के पूर्वज उत्तर प्रदेश के थे। वे वाराणसी के पास रसड़ा गांव से मॉरीशस गये थे।