कराची, पाकिस्तान के अनुभवी एवं सीनियर ऑलराउंडर माेहम्मद हफीज ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की।
हफीज ने एक बयान में कहा, “ आज मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को गर्व और संतोष के साथ अलविदा कहता हूं। मैंने शुरुआत में जितना सोचा था, उससे अधिक कमाया और हासिल किया है और इसके लिए मैं अपने सभी साथी क्रिकेटरों, कप्तानों, सपोर्ट स्टाफ और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मेरे करियर के दौरान मेरी मदद की। मैं बहुत भाग्यशाली और गौरवान्वित हूं कि मुझे 18 वर्षों तक पाकिस्तान के लिए खेलने का अवसर मिला। ”
ऑलराउंडर ने कहा, “ जब आपके पास इतना लंबा पेशेवर करियर होता है तो आपकी जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव होते हैं और मैं इससे अलग नहीं था। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि मेरे पास और अधिक ऊंचाइयां थीं, क्योंकि मुझे अपने युग के कुछ बेहतरीन बल्लेबाजों और गेंदबाजों के साथ और उनके खिलाफ खेलने का सौभाग्य मिला। ”
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष रमीज राजा ने इस बारे में कहा, “ हफीज एक दिलदार क्रिकेटर रहे हैं जिन्होंने लंबे और फलदायी करियर के लिए अपने खेल में अथक परिश्रम किया। उन्होंने हरे रंग का ब्लेजर गर्व के साथ पहना है जिसके लिए पीसीबी उनका आभारी है। मैं उन्हें उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं और पाकिस्तान क्रिकेट में उनके शानदार योगदान के लिए उन्हें फिर से धन्यवाद देता हूं। ”
उल्लेखनीय है कि 2003 में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण करने वाले 41 वर्षीय हफीज हालांकि फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने 2018 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। आईसीसी रिकॉर्ड के मुताबिक उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच पिछले साल नवंबर में आईसीसी टी-20 विश्व कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। बल्ले और गेंद दोनों के साथ उनका विश्व कप अभियान अच्छा रहा था।
हफीज ने पाकिस्तान के लिए ओवरऑल 55 टेस्ट, 218 वनडे और 119 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और सभी प्रारूपों में 12,780 रन बनाए हैं और 253 विकेट लिए हैं। उन्होंने 32 अंतरराष्ट्रीय मैचों में पाकिस्तान की कप्तानी भी की। वह इंग्लैंड एंड वेल्स में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 जीतने वाली पाकिस्तान टीम के सदस्य भी थे।