लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने दिल्ली सहित अन्य सीमावर्ती कुछ राज्यों में कोविड के मामले बढ़ने के कारण सूबे की राजधानी लखनऊ और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के जिलों में सार्वजनिक स्थलोंं पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कोरोना प्रबंधन से जुड़ी टीम-9 की दैनिक समीक्षा बैठक में स्थिति की समीक्षा के आधार पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि एनसीआर के जनपदों (गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत) तथा लखनऊ जनपद में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाया जाना अनिवार्य किया जाये। इन जनपदों में टीकाकरण से छूटे लोगों को चिन्हित कर इन्हें टीका लगाया जाये। साथ ही जनसमाधान प्रणाली (पब्लिक एड्रस सिस्टम) का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जाये और कारोना के लक्षणयुक्त लोगों की टेस्टिंग कराई जाये।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक आंकड़ों के हवाले से बैठक में अधिकारियाों ने बताया कि विगत 24 घंटे में गौतमबुद्ध नगर में 65, गाजियाबाद में 20 और लखनऊ में 10 नए पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन जिलों में स्थिति पर सूक्ष्मता से नजर रखी जाये। बैठक में बताया गया कि एनसीआर के जिलों में कोरोना के संक्रमण का प्रभाव है। बीते कुछ दिनों से इन जिलों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।
गौरतलब है कि एनसीआर में कोविड पॉजिटिव मिले मरीजों के सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग के दौरान कोविड के ओमीक्रोन वैरिएंट की ही पुष्टि हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार संभव है कि इस संक्रमण के मामलों की संख्या में बढ़ोतरी हो लेकिन अस्पताल में भर्ती होने अथवा मरीज के अति गंभीर होने की स्थिति नहीं होगी। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के लिए जागरूक किया जायेे।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में वर्तमान में कारोनो के कुल 695 सक्रिय मामले हैं। विगत 24 घंटों में 83 हजार 864 कोरोना टेस्ट किये गये। इनमें 115 नये कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 29 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। ऐसे में सरकार की आेर से लोगों को पूरी सावधानी और सतर्कता बरतने का सुझाव दिया गया है।
बैठक में कोविड टीकाकरण अभियान की प्रगति को संतोषप्रद बतााया गया। साथ ही बच्चों के टीकाकरण की गति तेज करने की आवश्यकता है। 30 करोड़ 75 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही अब तक 103 प्रतिशत से ज्यादा वयस्क आबादी को टीके की पहली डोज लग चुकी है, जबकि 86.34 प्रतिशत से अधिक लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 94 प्रतिशत से ज्यादा किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है। 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को पहली डोज के बाद अब पात्रता के अनुसार दूसरी डोज भी देने की बात कही गयी है।
ज्ञात हो कि प्रदेश में 700 निजी टीकाकरण केंद्रों पर बूस्टर डोज लगवाया जा सकता है। इन टीकाकरण केंद्रों और बूस्टर डोज की महत्ता के बारे में आमजन को जागरूक किया जा रहा है। प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगायी जा सकती है।