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यूपी के कई जिलों में आंधी तूफान का कहर

लखनऊ, राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में शनिवार को तेज रफ्तार आंधी और बारिश ने जम कर कहर बरपाया। आंधी पानी से सैकड़ों पेड़ उखड़ कर जमीन पर आ गिरे जबकि बिजली के पोल धराशायी होने से दर्जनों इलाके अंधेरे में डूब गये। मौसम के बदले मिजाज से आम,जामुन समेत कई अन्य फलो की फसल बर्बाद होने से बागवानो को भारी नुकसान का सामना करना पडा है।

राज्य में मौसम जनित हादसों में 20 से अधिक लोगों के हताहत होने की सूचना है। पेड़ और बिजली के पोल गिरने से कई लोग चुटहिल हुये वहीं यातायात बाधित होने से लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ा। लखनऊ में दोपहर अचानक मौसम ने करवट बदली और देखते ही देखते काले बादलों ने आकाश को ढक दिया। तेज रफ्तार आंधी के बीच दृश्यता स्तर कम होने से वाहन चालकों को हेड लाइट जलानी पड़ी। आंधी के बाद तूफानी हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुयी जिसके चलते वाहन जहां के तहां खड़े हो गये।

आंधी बारिश से लखनऊ के कई इलाकों की बिजली काट दी गयी। हजरतगंज क्षेत्र में पेड़ और बिजली का एक खंभा गिरने से कुछ लोगों के चुटहिल होने की सूचना है वहीं सरोजनीनगर समेत कुछ और इलाकों में पेड़ गिरने की घटनाये सामने आयी हैं जिससे कानपुर लखनऊ राजमार्ग पर वाहनो की लंबी कतार लग गयी। आंधी पानी से जेठ माह के शनिवार को कई जगह लगे भंडारे के पांडाल भी धराशायी हुये जिससे प्रसाद वितरण में भारी दुश्वारियां सामने आयी। देर शाम तक कई इलाकों की विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी।

कानपुर में तेज रफ्तार आंधी और बारिश से कई इलाके टापू की शक्ल में तब्दील हो गये। कई इलाकों की बत्ती गुल हुयी जो देर शाम तक बहाल नहीं हो सकी थी। आंधी से टीन शेड उड़ कर दूर जा गिरे जबकि माल रोड समेत कुछ अन्य इलाकों में पेड़ जमीन चूम गये।

मैनपुरी से प्राप्त सूचना के अनुसार क्षेत्र के ग्राम हाजीपुर सेमरी में आज आकाशीय बिजली गिरने से 15 वर्षीय छात्र की मौत हो गयी। हाजीपुर निवासी राजकुमार जाटव का पुत्र अनमोल (16) सुबह खेत पर गया था कि तभी तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए अनमोल खेत में लगे आम के पेड़ के नीचे बैठ गया। तभी उस पर बिजली गिरने से मौके पर ही मौत हो गई।

फतेहपुर जिले में हुई बेमौसमी बरसात और तूफान से जहां आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है,दूसरी ओर यही बरसात किसानों के लिए वरदान भी बनी है। गेहू और चने की फसल काटने के बाद खाली पड़े खेतों को नमी के कारण किसान पूरी तरह से जुतायी कर रहे है। मौसम खुशगवार होने से इस समय हो रहे शादी व्याह में लोगों को राहत मिली है

बस्ती मण्डल के तीनो जिलो बस्ती,सिद्वार्थनगर तथा संतकबीरनगर मे शनिवार को आयी तेज आंधी-पानी से आम,लीची,कटहल,अमरूद सहित अन्य फसलो की भारी क्षति हुई है। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के मौसम विभाग के सूत्रो ने बताया है कि बस्ती,सिद्वार्थनगर तथा संतकबीरनगर मे आयी तेज आंधी-पानी से आम,लीची,कटहल,पपीता,जामुन,अमरूद की फसलो की भारी क्षति हुई है। बड़े-बड़े बागीचो मे आम से लदी टहनियां टूट गयी है। जामुन के पेड़ मे अभी धीरे-धीरे लग रहा है तेज हवा से भारी संख्या मे फल नीचे गिर गये है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन तक मौसम का मिजाज बदला रहेगा। हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके बाद आकाश साफ होने लगेगा और गर्मी बढ़ सकती है। 30 मई तक लू चलने की कोई संभावना नहीं है।

इटावा के ग्रामीण इलाकों में आंधी तूफान का प्रतिकूल असर पडा है। शनिवार सुबह आई आंधी तूफान के कारण इकदिल क्षेत्र के ग्राम आसई फीडर की सप्लाई बाधित हो गई। बिजली की 11 हजार केवीए की लाइन कई खंभों सहित क्षतिग्रस्त हो गई जिससे 32 गांव की बिजली की सप्लाई नहीं पहुंच पाई है। इकदिल के गांव दौलतपुर में तेज आंधी आने से घर की छत में लगी लोहे की टीन उखाड़ कर बिजली के हाईटेंशन 11 हजार की लाइन में टकरा गई जिसमें बिजली के तार टूट कर छत के ऊपर गिर गए। पावर कारपोरेशन के अधिकारियों की बात को माने तो बरसात के कारण पावर सप्लाई पर बुरा असर पड़ा है ग्रामीण क्षेत्रों में जगह में जगह बिजली के तार और खंभे टूटने से पावर सप्लाई अभी पूरी तरह से दुरुस्त नहीं हो सकी है।

रायबरेली में बिजली गिरने की घटनाओं से पिछले तीन दिनो में एक महिला और कुछ मवेशियों की मृत्यु हुयी है। हालांकि जिले में आज आंधी पानी का कोई खास प्रभाव दिखायी नहीं दिया है। गोण्डा जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र में स्थित जिलाधिकारी आवास के पास शनिवार को बारिश संग आयी तेज आंधी से गिरे पेड़ के नीचे दबकर एक राहगीर की मृत्यु हो गयी। मृतक की शिनाख्त करायी जा रहीं है। साथ ही पेड़ को हटवाकर सड़क पर यातायात पूर्ण रूप से बहाल कराया जा रहा है।

अमरोहा से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार यहां शुक्रवार को आंधी पानी के कारण तपिश से मिली राहत आज भी बरकरार है। हालांकि अधिकांश इलाकों में विद्युत आपूर्ति अभी भी पूरी तरह बहाल नहीं हो सकी है। जिले में आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। आम उत्पादकों का कहना है कि इस बार पहले से ही पेड़ों पर बौर कम आया था और रही सही कसर इस अंधड़ ने पूरी कर दी। आम के बागों में कच्चा आम जमीन पर बिछा हुआ था। इसलिए इस बार आम के महंगा रहने का अंदेशा जताया जा रहा है।