नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सभी सातों चरणों के मतदान के बाद अब इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी। शनिवार को होने वाली मतगणना से पहले विभिन्न एजेंसियों की ओर से जारी किए गए एग्जिट पोल के नतीजों को कई राजनीतिक दलों ने सिरे से खारिज कर दिया है। जबकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस पर खुशी जाहिर की है।
भाजपा के प्रदेश महासचिव विजय बहादुर पाठक ने कहा कि सर्वे से साफ हो गया है कि उप्र में भाजपा दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। उप्र की जनता दो युवा नेताओं के साथ को नापसंद कर चुकी है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर ने सभी एग्जिट पोल को खारिज करते हुए कहा, बहन जी (मायावती) के नेतृत्व में ही बसपा की एक बार फि र सरकार बनेगी। राजभर ने कहा कि पूर्व के सर्वे में भी बसपा को कम आंका गया, लेकिन नतीजे सदैव सर्वे के विपरीत रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने आरोप लगाया कि विभिन्न सर्वे रिपोर्ट प्रसारित कराना भाजपा की आखिरी चाल है। उन्होंने सर्वे रिपोर्ट को नकारते हुए कहा कि 11 मार्च को मतगणना खत्म होने के बाद ही सच्चाई जनता के सामने होगी। सपा कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने का दावा दोहराते हुए उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल दिल्ली व बिहार चुनावों में हवाई सिद्घ हो चुके हैं। जनता को राहुल व अखिलेश का साथ पसंद आया है। इसका देश की सियासत पर बड़ा असर होगा। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के मीडिया प्रभारी अनिल दुबे ने एग्जिट पोल को भाजपा की साजिश बताते हुए कहा कि वोटों की गिनती से पूर्व ऐसे चुनावी आंकलन का कोई मतलब नहीं है। प्रदेश की जनता को गुमराह करने की कोशिश पहले दिन से ही जारी है।