बरेली/बदायूं, अब तक मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के चेहरे के साथ उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने की बात करने वाली भाजपा ने अपना इरादा बदल दिया है। पार्टी के प्रान्तीय अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि उनकी पार्टी किसी को चेहरा बनाये बगैर चुनाव लड़ेगी। मौर्य ने बरेली में संवाददाताओं से बातचीत में एक सवाल पर कहा कि प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों को भाजपा के मुख्यमंत्री के चेहरे का इंतजार है।
भाजपा अपनी स्पष्ट नीति पर चलते हुए बिना चेहरे के चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी और सच्ची लोकतांत्रिक पार्टी है। पार्टी का हर कार्यकर्ता मुख्यमंत्री का चेहरा है, इसलिए मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की आवश्यकता नहीं है। मौर्य ने कहा कि भाजपा ने असम और दिल्ली में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया था जिनमें उसे असम में जीत मिली लेकिन दिल्ली में हार का सामना करना पड़ा। बाद में हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखण्ड में चेहरा घोषित किये बिना चुनाव लड़ा गया, वहां पार्टी की जीत हुई। भाजपा नेता ने दावा किया कि प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा 300 से जयादा सीट जीतेगी और केन्द्रीय संसदीय बोर्ड जिसका भी नाम घोषित करेगा, उत्तर प्रदेश के विधायक उसे ही मुख्यमंत्री मानेंगे।
बरेली के बाद बदायूं पहुंचे मौर्य ने विधानसभावार बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक की और संवाददाताओं से भी रूबरू हुए। अपने विवादित बयानों के लिये हमेशा सुर्खियों में रहने वाले सपा के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खाँ पर बदायूँ में चल रहे देशद्रोह के मुकदमे तथा उनके अनेक विवादित बयानों पर मुकदमे दर्ज होने के बावजूद भी उनकी गिरफ्तारी ना होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आजम खान की गिरफ्तारी भाजपा को ही करनी है इसलिए वह अभी तक गिरफ्तार नहीं हो रहे हैं। देश में इन दिनों चर्चा का विषय बने तीन तलाक के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि तीन तलाक की प्रथा पूरी तरह से महिला विरोधी है और इसे हर हाल में समाप्त किया जाना चहिये।