लखनऊ,उत्तर प्रदेश सरकार ने 15 आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी देवेश चतुर्वेदी को आवास एवं शहरी नियोजन विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। जहरीली शराब से मौत की घटनाएं न रोक पाने का खामियाजा कल्पना अवस्थी को भुगतना पड़ा है।
शासन ने आबकारी विभाग का प्रभार कल्पना से लेकर प्रमुख सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास को सौंप दिया। वन एवं पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी कल्पना के पास पहले की तरह बनी रहेगी। बताते चलें मुख्यमंत्री द्वारा बाराबंकी के शराब कांड को प्रदेश सरकार की मशीनरी पर दाग बताने तथा अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए जाने के बाद कल्पना से आबकारी विभाग का प्रभार छीना गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी के बाद पिछले एक सप्ताह से प्रतीक्षा में चल रहे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी देवेश को नई तैनाती दी गई। शासन ने देवेश को अहम विभाग में तैनाती देने के लिए नितिन रमेश से आवास विभाग की जिम्मेदारी वापस ले ली। अब नितिन रमेश लोक निर्माण विभाग के नियमित प्रमुख सचिव होंगे। अभी तक उनके पास पीडब्ल्यूडी का अतिरिक्त प्रभार था। शासन ने प्रमुख सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय भूसरेड्डी को आबकारी विभाग की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंप दी है। भूसरेड्डी के पास पहले से गन्ना आयुक्त व निवेश आयुक्त यूपी का प्रभार है। इन तबादलों के बावजूद पांच आईएएस अधिकारी अभी भी प्रतीक्षा सूची में हैं। इसके अलावा कृषि उत्पादन आयुक्त सहित कई महत्वपूर्ण पद खाली चल रहे हैं।
शासन ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अमित सिंह बंसल को हटा दिया है। ए. दिनेश कुमार गोरखपुर विकास प्राधिकरण के नए उपाध्यक्ष होंगे। प्रयागराज के जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी से प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का प्रभार हटा लिया है। विशेष सचिव ग्राम्य विकास टीके शिबु को प्राधिकरण का नया उपाध्यक्ष बनाया गया है। इनके अलावा वाराणसी, अलीगढ़, हापुड़-पिलखुआ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तथा नगर निगम वृंदावन-मथुरा, झांसी, मेरठ में नए नगर आयुक्त की तैनाती की गई है।